नई दिल्ली: अगर आप अमेरिका में पढ़ाई या किसी एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए वीजा आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो अब आपको अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल को पब्लिक रखना होगा. नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने भारतीय छात्रों और अन्य वीजा आवेदकों के लिए यह स्पष्ट निर्देश जारी किया है. यह नया नियम F, M और J नॉन-इमिग्रेंट वीजा श्रेणियों पर लागू होगा, जिसका मुख्य उद्देश्य आवेदकों की पृष्ठभूमि की गहन जांच सुनिश्चित करना है. यह कदम डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के पिछले महीने छात्र वीजा प्रोसेसिंग को अस्थायी रूप से रोकने के फैसले के बाद उठाया गया है.
सोशल मीडिया की जांच क्यों करेगा अमेरिका?
23 जून 2025 को अमेरिकी दूतावास ने अपने आधिकारिक ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर घोषणा की कि F, M और J वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी व्यक्तियों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे फेसबुक, X, लिंक्डइन, टिकटॉक आदि की प्राइवेसी सेटिंग्स को पब्लिक करना होगा. इस कदम का उद्देश्य अमेरिकी अधिकारियों को आवेदकों की ऑनलाइन गतिविधियों का आकलन करने में सक्षम बनाना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अमेरिका में अध्ययन या एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए उपयुक्त हैं या नहीं.
अमेरिकी दूतावास ने बयान में कहा, “तत्काल प्रभाव से, F, M और J वीजा के लिए आवेदन करने वालों को अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को पब्लिक करना होगा ताकि उनकी पहचान और अमेरिका में प्रवेश की योग्यता की जांच हो सके. यह जांच इसलिए की जा रही है ताकि कोई भी ऐसा शख्स वीजा न ले पाए जो अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा हो.”
ट्रम्प का नया नियम: सुरक्षा या प्राइवेसी का उल्लंघन?
पिछले महीने, ट्रम्प प्रशासन ने दुनिया भर में अपने दूतावासों को छात्र और एक्सचेंज वीजा के नए इंटरव्यू और आवेदन रोकने का आदेश दिया था. उस समय दावा किया गया था कि जो बाइडेन प्रशासन में वीजा जांच में ढिलाई बरती गई, जिससे धोखाधड़ी बढ़ी है. अब, ट्रम्प सरकार सोशल मीडिया अकाउंट्स की और भी सख्ती से जांच करेगी. अधिकारियों को यह देखना होगा कि कहीं आवेदक के पोस्ट में अमेरिकी सरकार, वहां के लोगों, संस्कृति या मूल्यों के खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक तो नहीं है.
क्या हैं F, M और J वीजा?
- F वीजा: यह वीजा उन छात्रों के लिए है जो विश्वविद्यालय, कॉलेज या अन्य शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाई करना चाहते हैं.
- M वीजा: यह उन छात्रों के लिए है जो तकनीकी या व्यावसायिक स्कूलों में अध्ययन करना चाहते हैं.
- J वीजा: यह वीजा सांस्कृतिक और शैक्षिक एक्सचेंज प्रोग्राम्स में हिस्सा लेने वाले व्यक्तियों के लिए है.
2019 से चला आ रहा है यह नियम
अमेरिका ने 2019 से ही वीजा आवेदकों से उनके सोशल मीडिया हैंडल्स की जानकारी मांगना शुरू कर दिया था. दूतावास का कहना है कि वे हर उपलब्ध जानकारी का इस्तेमाल करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वीजा लेने वाला व्यक्ति अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा न हो. ट्रम्प प्रशासन का मानना है कि सोशल मीडिया जांच से राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत होगी. पिछले हफ्ते छात्र वीजा प्रोसेसिंग फिर से शुरू होने के बाद अब यह नया नियम लागू किया गया है.
भारतीय छात्र, जो अमेरिका में पढ़ाई का सपना देख रहे हैं, उन्हें अब अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल को सार्वजनिक रखना होगा. इस नए नियम ने एक अहम सवाल खड़ा कर दिया है: क्या यह प्राइवेसी का उल्लंघन है या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक आवश्यक कदम? इस विषय पर बहस जारी रहने की संभावना है, लेकिन फिलहाल, अमेरिकी वीजा के इच्छुक आवेदकों को इन नए दिशानिर्देशों का पालन करना होगा.