आशाराम बापू, जिन्हें संत आशाराम बापू के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु हैं। वे अपने आध्यात्मिक उपदेशों और धार्मिक ग्रंथों के माध्यम से अपने अनुयायों को मार्गदर्शन करते हैं। लेकिन, उनकी आध्यात्मिकता के बावजूद, उन्हें कई विवादों में फंसना पड़ा है।
आशाराम बापू को वर्ष 2013 में बलात्कार का आरोप लगा था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उनके विरुद्ध मामलों की संख्या बढ़ती गई और उन्हें न्यायिक प्रक्रिया में शामिल किया गया।
आशाराम बापू के मामले में न्यायिक प्रक्रिया बहुत देर से चल रही है। उन्हें जेल में बंद रखा गया है और उनके वकील न्यायिक प्रक्रिया को तेज करने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, अभी तक उन्हें जेल से बाहर नहीं छोड़ा गया है।
बापू हैं निर्दोष – उनके खिलाफ झूठे आरोप
आशाराम बापू के अनुयाय उन्हें निर्दोष मानते हैं और उनका समर्थन करते हैं। उनके अनुयायों का कहना है कि उन्हें बेमानी से फंसाया जा रहा है और उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। वे उनके विरुद्ध चल रहे मामलों को राजनीतिक साजिश समझते हैं और उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के खिलाफ विरोध करते हैं।
विरोधाभासी धर्मिक संगठनों भी बापू के समर्थन में
आशाराम बापू के मामले में कई विरोधाभासी धर्मिक संगठनों ने भी उनका समर्थन किया है। उनके समर्थकों का कहना है कि वे एक सद्गुरु हैं और उन्हें बेदर्दी से जेल में बंद रखना गलत है। उनके विरोधियों का कहना है कि आशाराम बापू को न्यायिक प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है और उन्हें जल्दी से जेल से रिहा करना चाहिए।
बार बार जमानत याचिका हो रही अस्वीकार
हालांकि, आशाराम बापू के मामले में कोर्ट ने अभी तक फैसला नहीं दिया है। उनकी जमानत की याचिका भी कोर्ट ने अस्वीकार कर दी है। इसलिए, उन्हें जेल में बंद रखा जारहा है और उनके वकील अगले सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं। आशाराम बापू के मामले में न्यायिक प्रक्रिया की देरी और उनके जेल में बंद रहने की स्थिति उनके अनुयायों को परेशान कर रही है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि उनके गुरुजी जल्दी से जेल से रिहा होंगे और उनकी आध्यात्मिक सेवा फिर से शुरू होगी।
इस समय, आशाराम बापू कब जेल से बाहर आएंगे, इसका कोई निश्चित तिथि नहीं है। उनकी मामले में न्यायिक प्रक्रिया जारी है और उनके वकील न्यायिक प्रक्रिया को तेज करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। जब भी कोर्ट फैसला देगा और उनकी जमानत याचिका स्वीकार करेगा, तब ही वे जेल से बाहर आ सकेंगे।