अयोध्या, उत्तर प्रदेश: वर्षों से आतंकी हमलों के साये में रही रामनगरी अयोध्या अब अत्याधुनिक सुरक्षा कवच से लैस होने जा रही है। श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद, तीर्थनगरी की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पूरे शहर में अब 10,000 हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक से लैस होंगे।
इन अत्याधुनिक कैमरों में फेस रिकग्निशन सिस्टम होगा, जो किसी भी संदिग्ध चेहरे की तुरंत पहचान करने में सक्षम होगा। केवल चेहरे ही नहीं, बल्कि ये कैमरे संदिग्ध व्यक्ति के कपड़ों का रंग, वाहन नंबर और उनकी हर गतिविधि पर भी बारीकी से नजर रखेंगे। अयोध्या में होने वाली हर छोटी-बड़ी हलचल अब इन कैमरों की पैनी निगाह से बच नहीं पाएगी।
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि यह पूरा सुरक्षा सिस्टम एक केंद्रीय सॉफ्टवेयर से जुड़ा रहेगा। यह सॉफ्टवेयर किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की पहचान करते ही तुरंत कंट्रोल रूम को अलर्ट भेज देगा। इससे सुरक्षा एजेंसियों को त्वरित जानकारी मिलेगी और वे समय रहते कार्रवाई कर सकेंगे।
राम मंदिर को लेकर लगातार मिल रही धमकियों और बढ़ती वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए यह सुरक्षा परियोजना बेहद आवश्यक और संवेदनशील मानी जा रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है, और बजट स्वीकृति मिलते ही इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह कदम अयोध्या को एक सुरक्षित और आधुनिक तीर्थनगरी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।