आगरा।उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में भी कान्वेंट विद्यालयों की तरह उच्च प्राथमिक स्तर के छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करने के साथ कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी सिखाई जाएगी ,जानकारी देते हुए डायट प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि आगामी सत्र से विज्ञान विषय की कक्षा 6 से 8 तक की पाठ पुस्तकों में पूर्व में दिए गए कंप्यूटर के पाठों को और विस्तृत कर उसमें कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल किया गया है।
इसके लिए राज्य स्तर पर संदर्भदाताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है जिसमें आगरा से विज्ञान प्रवक्ता डायट डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय, विज्ञान एआरपी खेरागढ़ तेजेंद्र सिंह एवं खन्दौली से अजय कुमार शर्मा तथा विज्ञान शिक्षिका बिचपुरी विकास क्षेत्र की मिली जैन जनपद स्तर पर इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। जिससे शिक्षक डिजिटल लिटरेसी, कोडिंग, कंप्यूटेशनल थिंकिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर प्रशिक्षित किए जा सकें।
*उपशिक्षा निदेशक/ प्राचार्य डायट आगरा डा आईपीएस सोलंकी ने बताया कि इसके लिए राज्य स्तर पर चार चरणों में विभिन्न जनपदों से एक डायट प्रवक्ता, दो एआरपी एवं एक विज्ञान शिक्षक को प्रशिक्षित किया जा रहा है जनपद आगरा का प्रशिक्षण 15 से 19 जनवरी के बीच लखनऊ में हो रहा है और शीघ्र ही उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को इसका प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।*
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बेसिक शिक्षा सचिव आईएएस अपर्णा यू ने कहा कि इससे बच्चों को एकाग्रता बढ़ाने एवं स्वयं करके सीखने का अवसर प्राप्त होगा और हम डिजिटल लिटरेसी को बढ़ाने में सफल होंगे । निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ सरिता तिवारी ने कहा कि इससे बच्चों को कंप्यूटर में दक्ष करने में मदद मिलेगी । प्रशिक्षण में संयुक्त शिक्षा निदेशक डा पवन सचान ने भी कंप्यूटर एवं कोडिंग की आवश्यकता एवं भविष्य में इसकी संभावनाओं के बारे में अवगत कराया।