मऊ: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा करते हुए ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के जरिए 70 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पिछले तीन साल से इंटरनेट के जरिए आम लोगों को धोखा दे रहा था। पुलिस ने मंगलवार शाम को साइबर थाना और कोतवाली थाना की संयुक्त ऑपरेशन में गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज बरामद किए हैं।
साइबर फ्रॉड के तरीके और गिरोह की कार्यशैली
पुलिस अधीक्षक इलामारन ने जानकारी दी कि यह गिरोह बिना रजिस्ट्रेशन वाली वेबसाइट और ऐप्स के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी की गतिविधियाँ चला रहा था। गिरोह के सदस्य आम लोगों को आकर्षक ऑफर और लालच देकर सट्टेबाजी में शामिल करते थे। इसके बाद सट्टे की रकम को गरीब लोगों के फर्जी नामों से खोले गए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता था।
इस गिरोह की शातिर कार्यशैली का पता तब चला जब पुलिस ने उनके पास से कई रजिस्टर बरामद किए, जिनमें प्रतिदिन 10 से 20 लाख रुपये के ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड था, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि इनकी ठगी की कुल राशि लगभग 70 करोड़ रुपये थी।
गिरफ्तार आरोपी और बरामद सामान
पुलिस ने इस गिरोह के 30 सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें से ज्यादातर आरोपी बिहार राज्य के रहने वाले हैं। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और धोखाधड़ी से संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं।
बरामद किए गए सामान में शामिल हैं:
- 10 लैपटॉप
- 129 सिम कार्ड
- 10 आधार कार्ड
- 2 टैबलेट
- 2 QR कोड स्कैनर
- 7 पैन कार्ड
- 117 मोबाइल फोन
- 12 रजिस्टर
- 5 ड्राइविंग लाइसेंस
- 161 एटीएम कार्ड
- 3 राउटर
- 125 बैंक खाता पासबुक
- 38 बैंक चेकबुक
- 13 मोबाइल चार्जर
साइबर अपराध की बढ़ती समस्या
इस गिरोह ने पिछले तीन सालों में बड़ी मात्रा में लोगों को ठगा है और साइबर अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये आरोपी गरीब और बेरोजगार व्यक्तियों की आईडी से सिम कार्ड लेते थे और उनके नाम पर बैंक खाते खोलकर एटीएम और यूपीआई के जरिए सट्टेबाजी के पैसे का लेन-देन करते थे। इन आरोपियों ने ‘रेडी बुक’ और ‘बीन बज’ जैसी फर्जी इंटरनेशनल वेबसाइट्स बनाकर ऑनलाइन गैंबलिंग की गतिविधियाँ चलाई थीं।
पुलिस ने गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए इन सभी को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और जांच जारी है।