तमिलनाडु के मइलादुथुराई जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां 3 साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न मामले में जिला कलेक्टर एपी महाभारती को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर ने इस मामले में एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने पीड़िता को ही दोषी ठहराया था।
चेन्नई। यौन उत्पीड़न का शिकार हुई 3 साल की बच्ची को ही शोषण के लिए जिम्मेदार ठहराने वाले कलेक्टर को राज्य सरकार की ओर से की गई कार्यवाही के अंतर्गत सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल कर्नाटक के मईला दुथुरई जनपद के सीरकाजी इलाके में रहने वाली तीन साल की बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी, मामला उजागर होने के बाद पुलिस द्वारा घटना के संबंध में आरोपी के खिलाफ पोक्सो एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया था।
तीन साल की बच्ची के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर जब प्रशासन की किरकिरी होने लगी तो जिलाधिकारी एपी महाभारती ने अपने बयान में 3 साल की पीड़ित बच्ची को ही यौन शोषण के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया था। जिला कलेक्टर ने अपने बयान में कहा था कि पीड़िता की हरकत ने ही आरोपी को यौन उत्पीड़न के लिए भड़काया होगा।
कलेक्टर ने कहा था कि मुझे जो रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार बच्ची ने आरोपी लड़के के चेहरे पर थूका था। शायद यही वजह हो सकती है जो 3 साल की बच्ची का यौन शोषण किया गया। पाक्सो एक्ट के मामले को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के बाद लोगों की नाराजगी को देखते हुए शासन की ओर से की गई कार्रवाई के अंतर्गत कलेक्टर को सस्पेंड किया गया है।