Agra news: न्यायिक जागरूकता और व्यावहारिक अनुभव के साथ छात्रों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA), आगरा ने 9 जून, 2025 को आगरा कॉलेज में एक ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय शैक्षिक भ्रमण और कानूनी जागरूकता सत्र का आयोजन किया.
मानसिक स्वास्थ्य कानूनों की व्यावहारिक समझ
कार्यक्रम की शुरुआत मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और अस्पताल, आगरा के भ्रमण से हुई, जहाँ प्रतिभागियों ने संस्थान की कार्यप्रणाली को समझा. इस सत्र का मुख्य उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य कानूनों और व्यवस्थाओं की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था, जिससे छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कानूनी पहलुओं की गहरी समझ मिल सके.
लैंगिक न्याय और महिला सशक्तिकरण
अगले सत्र में, आगरा कॉलेज के फैकल्टी ऑफ लॉ के कृष्णवीर यादव ने “महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में लैंगिक न्याय” विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया. उन्होंने महिलाओं के अधिकारों, कानूनी संरक्षण और लैंगिक समानता के महत्व पर प्रकाश डाला, जिससे प्रतिभागियों को महिलाओं से जुड़े कानूनी मुद्दों की जानकारी मिली.
पॉक्सो अधिनियम पर गहन चर्चा
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में, एडीजे/विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो अधिनियम), न्यायालय संख्या 29, आगरा के दिनेश कुमार चौरसिया ने “पॉक्सो अधिनियम” पर महत्वपूर्ण चर्चा की. उन्होंने अधिनियम की प्रमुख धाराओं, व्यावहारिक पहलुओं और बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता को विस्तार से समझाया, जिससे छात्रों को बाल अधिकारों और उनके संरक्षण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली.
कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका
इस सफल आयोजन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समन्वयक अरुण कुमार दीक्षित की सक्रिय भूमिका रही. श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन शर्मा ने भी अपने प्रेरक विचारों से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया.
DLSA का निरंतर प्रयास
इस अवसर पर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा के डॉ. दिव्यानंद द्विवेदी ने कहा, “इस प्रकार के कानूनी जागरूकता कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है, बल्कि उन्हें समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशील बनाना भी है. मानसिक स्वास्थ्य, लैंगिक न्याय और बाल अधिकार जैसे विषय आज के समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता हैं. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से कानूनी शिक्षा और जन जागरूकता को बढ़ावा देता रहेगा.” यह आयोजन छात्रों को कानूनी ज्ञान और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति संवेदनशील बनाने में मील का पत्थर साबित हुआ.