किरावली। देश के महान वैज्ञानिक डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन के खोज रमन प्रभाव की याद में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कई स्कूलों में छात्रों ने प्रदर्शनी लगाई। प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। विजेता छात्रों को सम्मानित किया गया।
गांव पुरामना स्थित नेमीचंद एजुकेशनल एकेडमी में मॉडल प्रतियोगिता व विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रबंधक भूप सिंह इंदौलिया और रश्मि इंदौलिया ने रमन प्रभाव के बारे में बताया। । उन्होंने डॉ. वेंकट रमन के विज्ञान के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्य के बारे में छात्रों को बताया। उनको वर्ष 1930 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उनका आविष्कार रमन प्रभाव के नाम से जाना जाता है। इस दौरान छात्र कनिष्का, दिव्यांशी, मानवी, राधिका, अनुष्का ने सूर्यग्रहण, कशिश और महक ने ग्रीन हाउस प्रभाव, दिवाकर ने वेस्ट मैटेरियल, अक्षयदीप ने रॉकेट और पवन ने अक्षय ऊर्जा के मॉडल बनाए। प्रधानाचार्य हरिकांत शर्मा ने सभी छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
केएम पब्लिक स्कूल में भी छात्रों ने बनाए आकर्षक मॉडल
कस्बा किरावली के स्टेशन रोड स्थित केएम पब्लिक स्कूल में विज्ञान दिवस के अवसर पर आर्ट एंड क्राफ्ट एक्टिविटी वेस्ट मैटेरियल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रबंधक एवं पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल ने प्रधानाचार्य नरेंद्र पाल सिंह ठैनुआ की मौजूदगी में दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम संयोजक मनोज राजपूत, छुट्टन सिंह गोला एवं मनीषा शर्मा के मार्गदर्शन में दर्जनों छात्रों ने अपने मॉडल प्रस्तुत किए। रियाज खान के मॉडल राम मंदिर, परी के राधा कृष्ण(मिट्टी), तान्या का अनुपयोगी अखबार से बना हाउस का नमूना, वेदांशी के चंद्रयान, तौफीक के एटीएम मशीन आदि को निर्णायकों द्वारा काफी सराहा गया। अवशेष गर्ग ने छात्रों को विज्ञान दिवस के महत्व से अवगत कराया।