Advertisement

Advertisements

चंबल में फिर पनप रहे डकैत: AK-47 के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार, हथियारों की ट्रेनिंग रेंज का खुलासा

Jagannath Prasad
3 Min Read
चंबल में फिर पनप रहे डकैत: AK-47 के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार, हथियारों की ट्रेनिंग रेंज का खुलासा

धौलपुर, राजस्थान: चंबल के बीहड़ों में एक बार फिर गैंगस्टरों के पनपने की आशंका प्रबल हो गई है। राजस्थान के धौलपुर जिले में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो कुख्यात अपराधियों, जितेंद्र उर्फ जीतू ठाकुर और उसके पिता तेजपाल ठाकुर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से एक AK-47 राइफल और 34 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। यह कार्रवाई खुफिया इनपुट के आधार पर की गई, जिसकी तलाश पुलिस को कई महीनों से थी।

खुफिया इनपुट पर AGTF और धौलपुर पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन

AGTF जयपुर की टीम ने धौलपुर पुलिस के सहयोग से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई अतिरिक्त महानिदेशक एमएन दिनेश के निर्देशन में हुई है। AGTF टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुख्यात बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू और तेजपाल ठाकुर चंबल नदी के पास राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के बसई घियाराम गाँव में मौजूद हैं। सूचना मिलते ही AGTF की टीम सक्रिय हो गई और अपराधियों को गिरफ्तार करने की योजना बनाई।

See also  ताज महोत्सव 2024 की तैयारियां तेज, मंडलायुक्त ने दिए निर्देश

पुरानी डकैत पृष्ठभूमि, आनंदपाल गैंग से संबंध और हथियारों की तस्करी

गिरफ्तार जितेंद्र उर्फ जीतू की पहचान पूर्व डकैत शिवदत्त ठाकुर के भाई के तौर पर हुई है, जिसकी एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। दूसरा बदमाश तेजपाल ठाकुर जीतू का पिता है। जीतू, रामदत्त और शिवदत्त तीनों सगे भाई हैं। जीतू पिछले काफी समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। तीनों भाई किसी समय कुख्यात आनंदपाल गैंग के सक्रिय सदस्य थे। शिवदत्त की मौत के बाद गैंग की जिम्मेदारी छोटे भाई रामदत्त को मिली थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रामदत्त इन दिनों हरियाणा की एक जेल में बंद है।

See also  बैकयार्ड कुक्कुट योजना के तहत पशुपालन विभाग ने लाभार्थियों को सौंपे मुर्गी के चूजे

बीहड़ों में फायरिंग रेंज और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कनेक्शन

पुलिस की छापेमारी में बदमाशों के ठिकाने पर बीहड़ों में एक फायरिंग रेंज का भी खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस रेंज में बदमाशों को AK-47 जैसे आधुनिक हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए बदमाशों के सीधे तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी कनेक्शन सामने आ रहे हैं, जिसकी विस्तृत जांच की जा रही है।

आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद रामदत्त ठाकुर ने अपने भाई जीतू और पिता तेजपाल ठाकुर के साथ मिलकर एक अलग गैंग बना लिया था। बदमाश जितेंद्र और उसका बड़ा भाई रामदत्त ठाकुर हथियारों के बड़े तस्कर माने जाते हैं।

See also  सांसद राजकुमार का बड़ा प्लान, ऐसे बढ़ाएंगे क्षेत्र का जलस्तर

 

Advertisements

See also  बैकयार्ड कुक्कुट योजना के तहत पशुपालन विभाग ने लाभार्थियों को सौंपे मुर्गी के चूजे
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement