आगरा: आगरा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक कीमत का गांजा बरामद किया है। इस मामले में तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, ये आरोपी ओडिशा से गांजे की खेप लाकर आगरा और आसपास के विभिन्न जिलों में ऊंचे दामों पर बेचते थे।
थाना ट्रांसयमुना पुलिस ने झरना नाले के पास एक ट्रक को रोका और तलाशी ली, तो उसमें केले के पत्तों के नीचे छिपाकर रखी गई गांजे की बड़ी खेप बरामद हुई। पुलिस ने मौके से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया और उनके कब्जे से छह प्लास्टिक के कट्टों में भरा 191 किलोग्राम गांजा और एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू बरामद किया।
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि वे ओडिशा से सस्ते दामों पर गांजा खरीदते थे और फिर उसे ट्रक में केले के पत्तों के नीचे छिपाकर लाते थे ताकि पुलिस की नजरों से बच सकें। इसके बाद वे इस गांजे को मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और अलीगढ़ जैसे इलाकों में 10 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचते थे, जिससे उन्हें मोटा मुनाफा होता था।
पुलिस ने इस मामले में मोनू शर्मा निवासी धौलपुर (राजस्थान) और दीपू गोस्वामी निवासी मुरैना (मध्य प्रदेश) को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी जीजा-साले बताए जा रहे हैं। गांजा तस्करी के इस गिरोह से ट्रांसयमुना क्षेत्र के गढ़ी जीवन निवासी प्रमोद गोस्वामी पुत्र रामपुरी गोस्वामी भी जुड़ा हुआ है, जो पहले भी 2023 में गांजा तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रमोद गोस्वामी ने तस्करी के धंधे से काफी संपत्ति अर्जित कर ली है।
पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं और वे कब से इस धंधे में लिप्त हैं। पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी से आगरा और आसपास के इलाकों में गांजा तस्करी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हो सकता है।