आगरा: अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो हर दिन सोने-चांदी के रेट जानना नहीं भूलते, तो कल (14 जून 2025, शुक्रवार) की खबर आपके लिए बेहद खास रही। सर्राफा बाजार में जबरदस्त हलचल देखने को मिली। सोने और चांदी दोनों की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया, जिसने निवेशकों और कारोबारियों को फिर से सतर्क कर दिया है।
आइए विस्तार से जानते हैं कल का ताजा भाव, बढ़त की वजहें और सोना खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
कल सोने में बड़ी छलांग, चांदी भी हुई महंगी
14 जून 2025, शुक्रवार को 22 कैरेट सोना ₹93,100 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 24 कैरेट सोना ₹1,01,550 प्रति 10 ग्राम के रेट पर ट्रेंड कर रहा था। सिर्फ यही नहीं, चांदी भी रुकने का नाम नहीं ले रही थी – ₹1,10,000 प्रति किलो की दर पार कर चुकी थी।
कल के भाव में कितना उछाल आया?
- 22 कैरेट सोना: ₹2120 की बढ़त
- चांदी: ₹1000 प्रति किलो की तेजी
प्रमुख शहरों में 18 कैरेट सोने का कल का भाव
अगर आप हल्के वजन की ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे हैं और 18 कैरेट गोल्ड लेना चाहते हैं, तो कल आपके शहर में रेट कुछ इस तरह थे:
22 कैरेट सोने के कल के रेट (₹/10 ग्राम)
24 कैरेट सोना ₹1,01,550 पर पहुंचा
सोने की सबसे शुद्ध किस्म 24 कैरेट होती है, और कल इसका रेट चौंका देने वाला था:
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी के भाव में भी तेजी देखने को मिली। कई शहरों में इसका भाव ₹1,10,000 प्रति किलो को पार कर गया था।
सोने की शुद्धता की जांच कैसे करें?
अगर आप सोने की ज्वेलरी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो हॉलमार्क ज़रूर चेक करें। यही एक तरीका है जिससे आप जान सकते हैं कि जो सोना आप ले रहे हैं, वह असली और शुद्ध है या नहीं।
नोट: 24 कैरेट सोना बेहद शुद्ध ज़रूर होता है, लेकिन इसका इस्तेमाल ज्वेलरी में कम होता है क्योंकि यह बहुत नर्म होता है। ज्वेलरी में ज़्यादातर 18, 20 या 22 कैरेट का सोना इस्तेमाल होता है।
हॉलमार्क के नंबर का मतलब क्या होता है?
सोने पर जो नंबर लिखे होते हैं, उनका मतलब होता है उस सोने की शुद्धता का स्तर:
- 999 = 24 कैरेट
- 958 = 23 कैरेट
- 916 = 22 कैरेट
- 875 = 21 कैरेट
- 750 = 18 कैरेट
अगर सोने पर ये अंक नहीं हैं, तो सतर्क हो जाइए – बिना हॉलमार्क वाला सोना कभी भी रिस्क बन सकता है।
सोने की कीमतों में तेजी की वजहें
कल अचानक सोना इतना महंगा क्यों हो गया? इसके पीछे कुछ खास वजहें मानी जा रही हैं:
- त्योहार और शादी का सीजन: जून-जुलाई में कई जगहों पर शादी और पर्व होते हैं, जिससे डिमांड बढ़ती है।
- अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कमजोरी: डॉलर कमज़ोर होता है तो सोने में निवेश बढ़ता है।
- क्रूड ऑयल में तेजी: क्रूड की कीमत बढ़ने से महंगाई का डर बढ़ता है, जिससे निवेशक सोने की ओर भागते हैं।
- सेफ हैवन इन्वेस्टमेंट: जब भी बाजार में अस्थिरता होती है, लोग सोने को सुरक्षित विकल्प मानकर उसमें निवेश करने लगते हैं।
14 जून 2025 का दिन सोने और चांदी के कारोबारियों और निवेशकों के लिए काफी अहम रहा। एक ही दिन में सोने की कीमत में ₹2000 से ज़्यादा और चांदी में ₹1000 की तेजी ने बाजार में हलचल पैदा कर दी है।
अगर आप भी सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो हॉलमार्क ज़रूर जांचें और रेट की पूरी जानकारी रखें। आगे आने वाले दिनों में रेट्स और ऊपर जा सकते हैं, इसलिए सही समय पर सही फैसले लेना फायदेमंद होगा।