आगरा, उत्तर प्रदेश: ताजनगरी आगरा के शमशाबाद रोड स्थित गाँव बगदा में इस समय ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। गाँव की खराब सड़कों और भीषण जलभराव की समस्या ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है, जिसके लिए वे सीधे तौर पर ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी समस्याओं को लगातार अनसुना किया जा रहा है।
सड़कें बनी ‘मौत का कुआँ’, बुजुर्ग और बच्चे गिर रहे
गाँव के लोगों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि गाँव की सड़कें इतनी खराब हो चुकी हैं कि उनमें जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं। बरसात के मौसम में ये गड्ढे जलभराव से भर जाते हैं, जिससे स्थिति और भी भयावह हो जाती है।
ग्रामीणों का कहना है कि इन गड्ढों और पानी भरे रास्तों में आए दिन बुजुर्ग और बच्चे गिर जाते हैं, जिससे उन्हें चोटें आती हैं।
इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने कई ऐसी घटनाओं का भी जिक्र किया जहाँ पानी से भरी सड़कों पर गाड़ियाँ तक पलट चुकी हैं, जिससे जानमाल का खतरा बना रहता है। यह स्थिति गाँव वालों के लिए किसी बड़ी आपदा से कम नहीं है।
ग्रामीणों ने लगाई सड़क ठीक करने की गुहार
जलभराव और खराब सड़कों की इस गंभीर समस्या से जूझ रहे बगदा गाँव के ग्रामीणों ने अब प्रशासन से अपनी सड़कों को जल्द से जल्द ठीक कराने की गुहार लगाई है। उनकी मांग है कि ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी उनकी समस्याओं पर ध्यान दें और इस जानलेवा स्थिति से उन्हें निजात दिलाएँ।