अग्रभारत ब्यूरो,
फतेहपुर सीकरी में स्मारक परिधि क्षेत्र में अवैध निर्माणों पर प्रशासन ने मूंदी आंखें
एफआईआर के बावजूद दबंगों के हौसले बुलंद
आगरा। फतेहपुर सीकरी कस्बा में अवैध कब्जों पर भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री की मुहिम को जमकर पलीता लगाया जा रहा है। ऐतिहासिक स्मारक क्षेत्र की परिधि में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन को यह सब नहीं दिखता। शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज करने के बाद कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी जाती।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक सिटी वॉल का दर्जा रखने वाले आगरा गेट के 100 मीटर की परिधि में विगत तीन साल पूर्व कथित सत्ताधारियों द्वारा अपनी दबंगई के बल पर कुल 16 अवैध दुकानों का अवैध निर्माण कर लिया गया था। जन प्रकरण ने तूल पकड़ा तो पुरातत्व विभाग हरकत में आया, मौके पर पहुंचकर समस्त दुकानों में सील लगा दी गई।
बताया जाता है कि बीते जनवरी माह में पुरातत्व विभाग को सूचना मिली कि दबंगों द्वारा सील को खुद ही खोल लिया गया है। विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो शिकायत सही पाई गई। दुकानों की सील खोलने के बाद सीमेंट, कंक्रीट डालकर जमीन समतल किया जा रहा था। विभागीय टीम द्वारा सील खोलने के कारणों के बाबत पूछा गया तो दबंगों द्वारा टीम को हड़काकर भगा दिया गया। टीम द्वारा उच्चाधिकारियों को सूचना देने के उपरांत अधीक्षण पुरातत्वविद के निर्देश पर थाना फतेहपुर सीकरी में संबंधित दबंगों के खिलाफ एफआईआर करा दी गई। इस मामले में बताया जा रहा है कि जनवरी माह से चार महीने बाद भी संबंधित विभागों की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है। दबंगों द्वारा धड़ल्ले से दुकानों का अवैध रूप से संचालन कर मोटी कमाई की जा रही है। इधर पुलिस प्रशासन इनके सामने कथित रूप से नतमस्तक की भूमिका में दिख रहा है।
एएसआई अधीक्षक ने दिखाई बेबसी
पुरातत्व ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण का दायित्व संभालने वाले विभाग के ही एएसआई राजकुमार पटेल द्वारा इस मामले में अपनी बेबसी बयां कर दी गई। उन्होंने कहा कि हमने एफआईआर करवाने के बाद अनेकों बार प्रशासन को कार्रवाई के लिए बोला है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लायी गई हैं। पुनः रिमांडर भेजा जाएगा।
इनका कहना है
मेरे संज्ञान में यह प्रकरण नहीं है। थाना फतेहपुर सीकरी पुलिस को मौके पर भेजकर जांच करवाई जाएगी इसके बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अनुज नेहरा-एसडीएम किरावली