वार्ड नं 61 में सपा और भाजपा में काटे की टक्कर, मिल रहा जनाधार

Sumit Garg
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फैजान खान

आगरा। जैसे जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे हर किसी ने अपने प्रचार में गति दे दी है, लेकिन कुछ प्रत्याशी अपनी जीत की हुंकार भर रहे है पर उतना अभी उनका क्षेत्र में जनाधार नही बन पाया है और लोग के दिल में जगह बनाने में पीछे चल रहे है। बात की जाए समाजवादी पार्टी से वार्ड नं 61 की प्रत्याशी जरीना बेगम की तो वहा क्षेत्र में एक लोकप्रिय नेत्री के रूप में उभर के आ रही है,तो वही भारतीय जनता पार्टी वार्ड नं 61 में काफी सालों से अपनी जमीन तलाश रही है लेकिन इस बार वह काफी हद तक जीत के करीब नजर आ रही है और सपा प्रत्याशी को टक्कर दे सकती है। तो वही कुछ प्रत्याशी निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतरे हुए है जिससे सपा को काफी नुकसान उठाना पढ सकता है, लेकिन सूत्रों की माने तो वार्ड नं 61 में सपा प्रत्याशी जरीना बेगम को जनता एक बार फिर से भारी बहुमत से जीत दिला सकती है।

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क्षेत्र के ठेकेदारों पर निर्भर प्रत्याशी

क्षेत्र में हवा है की कुछ समाजसेवी के नाम पर चल रहे संघठन भी अंदरूनी तरीके से प्रताशियो के लिए काम कर रहे है। क्या समाजसेवी के नाम से चल रहे संघटनो को राजनीति में हिस्सेदारी लेनी चाहिए? क्या प्रत्याशी अपने दम पर चुनाव लडने के योग्य नही समझता खुद को जो ऐसे संघटनों के भरोसे प्रत्याशी अगर चुनाव जीत भी जाते है तो क्या क्षेत्र में विकास करवा पाएंगे।

निर्दलीय प्रत्याशी करेंगे सपा का काफी नुकसान

बताते चले की टिकट न मिलने से नाराज़ समाजवादी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के खिलाड़ी जा कर निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ खड़े है। वजह ये है की उनके प्रिय प्रत्याशी को पार्टी द्वारा टिकट नहीं दी गई जिसकी वजह से नाराज़ कार्यकर्ता पार्टी के खिलाफ ही प्रचार में लगे हुए है और जी तोड़ मेहनत कर रहे है क्षेत्र में उनके लिए प्रचार कर रहे है, आखिर नाक का सवाल है। तो दूसरी ओर भाजपा को इसका सीधा फायदा होने जा रहा है। वार्ड नं 61 फिलाल चुनाव का अखाड़ा बना हुआ है हर कोई अपनी पहलवानी दिखाने में लगे हुए है और अपने दाओ पेच दिखाने में केसीभी कमी नही छोड़ रहे है। लेकिन अंत में तो फैसला जनता को ही करना होगा कोन कितना जनता के दिल में अपनी जगह बना पाते है और जीत का सेहरा किसके सर पहनाएंगे।

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प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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