लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग में बड़े फेरबदल की संभावना के बीच, 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी के राज्य के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) बनने की अटकलें तेज हो गई हैं। वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत दलजीत सिंह चौधरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सबसे करीबी और भरोसेमंद अफसरों में गिना जाता है।
प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार पर सस्पेंस और चौधरी की दौड़ में एंट्री
उत्तर प्रदेश के मौजूदा डीजीपी प्रशांत कुमार का कार्यकाल आज, 31 मई, 2025 को समाप्त हो रहा है। हालांकि, उनके सेवा विस्तार को लेकर लगातार चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। इसी बीच, दलजीत सिंह चौधरी का नाम नए डीजीपी की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। हाल ही में उन्होंने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थी, जिससे इन अटकलों को और बल मिला है।
दलजीत सिंह चौधरी का करियर और अनुभव
दलजीत सिंह चौधरी उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और उनका एक लंबा और प्रभावशाली करियर रहा है। वह उत्तर प्रदेश में एडीजी (कानून व्यवस्था) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुके हैं। उन्हें अपनी तेजतर्रार कार्यशैली और आतंकवाद-रोधी अभियानों में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्हें पांच वीरता पुरस्कार (वीरता पुरस्कार) से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, वह सशस्त्र सीमा बल (SSB) के महानिदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कार्यकारी डीजी का भी कार्यभार संभाल चुके हैं। वर्तमान में वह BSF के डीजी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं।
केंद्र सरकार की पसंद और यूपी का भविष्य
दलजीत सिंह चौधरी की गिनती उन अधिकारियों में होती है जिन पर केंद्र सरकार का गहरा भरोसा है। अगर उन्हें उत्तर प्रदेश का डीजीपी नियुक्त किया जाता है, तो यह राज्य की कानून व्यवस्था और पुलिसिंग में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। शाम तक प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार या नए डीजीपी की घोषणा का इंतजार है।