अग्रभारत,
आगरा । व्हाट्सप्प ग्रुप पर शुक्रवार सुबह एक मैसेज वायरल हुआ जिसमे अस्पताल में भर्ती एक महिला को डिलीवरी के बाद खून की आवश्यकता थी। भर्ती महिला हाथरस सासनी निवासी भाग्यश्री आगरा के रामबाग स्तिथ समय अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती हुई थी। पुत्र की प्राप्ति के बाद अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने दो से तीन यूनिट खून की आवश्यकता बताई। महिला के भाई द्वारा खून की आवश्यकता का मैसेज व्हाट्सप्प पर ग्रुपों में सुबह के समय डाला गया। वायरल मैसेज पत्रकार शिवम चक व खंदौली ब्लॉक प्रमुख आशीष शर्मा व अनेको समाजसेवी द्वारा देखते ही वह अस्पताल पहुँचे और एक यूनिट खून महिला को दिया। असप्ताल में मौजूद महिला के पति और भाइयो ने बताया कि ब्लॉक प्रमुख से उनका कोई नाता नही है वह भगवान के रूप में स्वयं चलकर आ गए जिस वजह से उनकी बेटी और बहन को समय पर रक्त मिल सका। खंदौली ब्लॉक प्रमुख आशीष शर्मा ने बताया कि उन्होंने व्हाट्सप्प पर मैसेज देखा जिसमे समय अस्पताल के भर्ती एक महिला को बच्चा होने के बाद रक्त की आवश्यकता है जिसे पढ़कर वह तुरंत अस्पताल पहुँचे जिन्होंने एक यूनिट रक्तदान किया गया। महिला या उसके परिजनों से जब रिश्ते की पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हाँ मेरा समाजसेवा के लिए इंसानियत का सभी से रिश्ता है। किसी की मदद करने के लिए मैं किसी रिश्ते की जरूरत नही होती बस इंसानियत होनी चाहिए। मेरे एक यूनिट देने से किसी महिला की जान बच सकी यही मेरे लिए खुशी की बात है।अगर अधिक यूनिट की भी आवश्यकता होती तो उनके साथ आए अन्य लोग भी रक्त देते। आगे भी कभी जब किसी को रक्त या अन्य किसी चीज़ की सहायता की जरूरत होगी तो वह हमेशा करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे जिसके लिए उन्हें किसी पद की आवश्यकता नही है।मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है जो हर इंसान को समझना चाहिए और एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।
रक्त की दूसरी यूनिट पोइया निवासी पत्रकार शिवम ने महिला को दिया।