जगनप्रसाद, अग्रभारत
कुख्यात झोलाछाप को बचाने में जुटे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
झोलाछाप के अवैध कार्यों पर अधिकारियों ने मूंदी आंखें
आगरा। झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई का दंभ भरने वाले अधिकारियों की पोल अछनेरा ब्लॉक के गांव रायभा में खुल रही है। सालों से नियमों के विरुद्ध संचालित हो रहे क्लीनिक के खिलाफ लगातार हो रही शिकायतों को दरकिनार कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कथित रूप से झोलाछाप को बचाते रहे, जिसकी आड़ में झोलाछाप का तंत्र बढ़ता चला गया। वर्तमान में स्थिति यह है कि विभाग को भी ठेंगे पर रखकर झोलाछाप मरीजों की जान से जमकर खिलवाड़ कर रहा है।
आपको बता दें कि राएभा में सूरज पॉली क्लीनिक का संचालक झोलाछाप सूरजपाल सिकरवार है, जो कि क्लीनिक के बोर्ड में अपने आप को निदेशक दिखाता है। जबकि क्लीनिक पर आगरा के चिकित्सक डॉ राजेश गोयल का पंजीकरण विभाग में दर्ज है। ग्रामीणों के अनुसार डॉ राजेश गोयल कभी भी यहां बैठकर मरीजों का उपचार नहीं करते हैं। झोलाछाप सूरजपाल ही मरीजों का समस्त इलाज करता है। इस इलाज में इंजेक्शन लगाने से लेकर ड्रिप, प्लास्टर तक शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग में लगातार शिकायतें देने के बावजूद आज तक सूरजपाल के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। जिससे उसके हौसले बुलंद होते चले गए। उसके क्लीनिक पर आने वाले मरीजों का जमकर आर्थिक दोहन करना उसका शगल बन चुका है। विगत में सूरजपाल की करतूतों के वीडियो भी वायरल हुए थे, विभागीय अधिकारियों ने उस पर भी पर्दा डाल दिया।
अवैध एक्सरे सेंटर से फैल रही कैंसर की विकिरण किरणें
सूत्रों के अनुसार सूरजपाल द्वारा संचालित अवैध एक्सरे सेंटर पर कोई भी रेडियोलॉजिस्ट तैनात नहीं है। जिस स्थान पर एक्सरे मशीन लगी हुई है, वहां पर सुरक्षा के भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। जिसके कारण कैंसर फैलाने वाली विकिरण किरणें वातावरण में घुलने का भी खतरा पैदा हो गया है। सूत्रों के अनुसार एक्सरे मशीन के लिए विद्युत कनेक्शन भी नहीं लिया गया है।
इनका कहना है
वायरल वीडियो को हमने देखा था। लिखित शिकायत आने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
डॉ अरूण श्रीवास्तव, सीएमओ आगरा