घिरोर-माता-पिता सोते हैं कि हम अपने बच्चों को विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने हेतु भेज रहे हैं लेकिन बच्चों से अक्सर देखा जाता है स्कूल में श्रम कराया जाता है कहीं झाड़ू लगाते नजर आते हैं तो कहीं इंटरलॉकिंग का कार्य सही करते हुए नजर आते हैं। ताजा मामला विकास खंड घिरोर के प्राथमिक विद्यालय नगला रढ़ा का है जहां गुरुवार को सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे विद्यालय के छात्र इंटरलॉकिंग उखाड़ कर उसमें पाइप डालने का कार्य करते नजर आए जबकि अभिभावक बच्चों को विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजते हैं लेकिन शिक्षक अपनी मनमानी के चलते विद्यालय में मजदूरों से कार्य न करवा कर छात्रों से कार्य करा रहे है। जिसके चलते परिषदीय विद्यालयों से भरोसा प्रति दिन कम होता चला जा रहा है। ग्रामीण कान्वेंट स्कूल में भेजने को मजबूर हो रहे है।
क्या बोले अधिकारी
खंड शिक्षाधिकारी जमील अहमद का कहना है कि बच्चे ईंट आदि कार्य करने का मामला संज्ञान में नहीं है। जांच कर कार्यवाही की जाएंगी।
फोटो – प्राथमिक विद्यालय नगला प्राथमिक विद्यालय नगला रढ़ा में छात्र इंटरलॉकिंग का कार्य करते हुए।