आगरा: उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन और माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा के कुशल मार्गदर्शन में आज एक महत्वपूर्ण विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राजकीय संप्रेषण गृह किशोर, आगरा में “ड्रग अवेयरनेस एंड वेलनेस नेविगेशन (फॉर अ ड्रग फ्री इंडिया)” विषय पर केंद्रित रहा, जिसका उद्देश्य किशोरों को नशे से दूर रखने और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
इस जागरूकता शिविर में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें श्रीमती पूजा कुलश्रेष्ठ (काउंसलर, NTCP), डॉ. अविनाश, डॉ. आंचल, डॉ. एकता और नामित अधिवक्ता/पैनल लॉयर, श्री आशीष कुमार शामिल थे।
नशे के दुष्प्रभाव और धूम्रपान से बचाव पर विशेष जोर
शिविर के दौरान, डॉ. पूजा कुलश्रेष्ठ, जो NTCP (राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम) काउंसलर हैं, ने किशोरों को धूम्रपान और अन्य नशे की लत के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने नशे के गंभीर शारीरिक और मानसिक दुष्प्रभावों के बारे में बताया, जिससे किशोरों को इन बुरी आदतों से दूर रहने की प्रेरणा मिल सके। श्रीमती कुलश्रेष्ठ ने कुछ किशोरों की व्यक्तिगत काउंसलिंग भी की, जिससे वे अपनी समस्याओं को बेहतर ढंग से समझ सकें और उनसे बाहर निकलने के रास्ते खोज सकें।
इसके अतिरिक्त, डॉ. अविनाश ने बच्चों को मादक पदार्थों के सेवन से बचने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मादक पदार्थों का सेवन करने वाले व्यक्तियों को होने वाले स्वास्थ्य संबंधी गंभीर दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की, जिससे किशोरों को नशे की गिरफ्त में आने से रोका जा सके।
सौहार्दपूर्ण रहा समापन, ‘नशा मुक्त भारत’ की ओर एक कदम
कार्यक्रम का समापन अत्यंत सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुआ। इस विधिक जागरूकता शिविर ने राजकीय संप्रेषण गृह के किशोरों को नशे के खतरों और उससे होने वाले नुकसानों के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा की यह पहल ‘नशा मुक्त भारत’ के लक्ष्य की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, जो किशोरों के भविष्य को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में मदद करेगा।