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लखनऊ मेट्रो को मिला “मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी” के लिए कोच्चि में पुरस्कार

Dharmender Singh Malik
4 Min Read

अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन 2022 में ‘शहरी परिवहन’ में उत्कृष्टता का पुरस्कार जीता

आगरा। लखनऊ मेट्रो को अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस 2022 में ‘मेट्रो रेल विद द बेस्ट मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन’ की श्रेणी के तहत ‘अवॉर्ड ऑफ एक्सिलेंस इन अर्बन ट्रांसपोर्ट’ से रविवार को कोच्चि में सम्मानित किया गया। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने ट्रॉफी और सर्टिफिकेट प्रदान किया। इस अवसर पर महानिदेशक परिचालन श्री स्वदेश सिंह भी मौजूद थे।

मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन का अर्थ है कि लखनऊ मेट्रो स्टेशनों को सबसे बेहतर तरीके से शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों , बस स्टैंड और हवाई अड्डे जैसे अन्य परिवहन टर्मिनलों के साथ जोड़ा गया है। इसके अतरिक्त लखनऊ मेट्रो ने प्रमुख फीडर सर्विसेज को भी अपने साथ जोड़ा है जिससे यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी का उतकृष्ट अनुभव प्रदान किया जा सके। चारबाग मेट्रो स्टेशन के गेट से चारबाग रेलवे स्टेशन फुटओवर ब्रिज और लिफ्ट के माध्यम से सीधे जुड़ा हुआ है। लखनऊ जंक्शन से दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन को इस तरह से जोड़ा गया है कि यात्री फुट-ओवर ब्रिज और एस्केलेटर के माध्यम से सीधे लखनऊ जंक्शन के प्लैटफॉर्म पर उतर सकते हैं। दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन पर लखनऊ मेट्रो द्वारा जंक्शन टिकट के लिए एक रेलवे काउंटर भी बनाया गया है। बादशाहनगर रेलवे स्टेशन भी बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के गेट से 120 मीटर के दायरे में स्थिति है। आलमबाग बस टर्मिनल जो लखनऊ का सबसे बड़ा बस अड्डा है वो मेट्रो स्टेशन के गेट से सिर्फ 22 मीटर की दूरी पर है जिसे फुट-ओवर-ब्रिज के माध्यम से जोड़ा गया है। सीसीएस हवाई अड्डा सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन से सिर्फ 92 मीटर की दूरी पर है। एयरपोर्ट से आने वाले यात्री आसानी से अपनी लगेज ट्रॉलियों को सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन ला कर उन्हें वहीं छोड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त मेट्रो स्टेशन पर लाउंज की व्यवस्था है जो यात्रियों के लिए खाने पीने एवं विश्राम स्थान के रूप में काम करती है। यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए उबर, वाओ टैक्सी, रैपिडो के साथ करार किया गया। मेट्रो स्टेशन के बाहर ऑटो, टेम्पो बस या कैब के रुकने के लिए स्लिप रोड का प्रावधान है। यूएमआई ने लखनऊ मेट्रो की स्टेशनों पर उपलब्ध पार्किंग, 21 मेट्रो स्टेशन पर फ़ूड आउटलेट समेत 34 प्रॉपर्टी डेवलपमेन्ट आउटलेट जैसी खूबियों को भी परखा। यूएमआई में देश भर के तमाम शहरी परिवहन निकाय हर वर्ष हिस्सा लेते हैं। यह एक प्रतिष्ठित सम्मेलन है जिसका प्रति वर्ष इंतजार किया जाता है।
4 से 6 नवंबर 2022 तक हुए इस तीन दिवसीय अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन और एक्सपो का आज सफल समापन हुआ। यूपीएमआरसी के एमडी सुशील कुमार ने पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “मैं लखनऊ मेट्रो के लिए यह पुरस्कार प्राप्त कर के सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमने अपने यात्रियों को एक सुविधाजनक, आरामदायक और समावेशी विश्व स्तरीय परिवहन अनुभव प्रदान करने के लिए कई कदम उठाए हैं और जब यूएमआई सम्मेलन जैसे सम्मानित मंच पर हमारे प्रयासों को मान्यता दी जाती है तो यह वास्तव में बहुत एक सुखद अहसास है। यह पुरस्कार लखनऊ मेट्रो की पूरी टीम के लिए है। 2019 में भी लखनऊ मेट्रो को UMI का सर्वश्रेष्ठ मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का पुरस्कार मिल चुका है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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