Agra News, फतेहपुर सीकरी: सांसद राजकुमार चाहर ने दरगाह हजरत सलीम चिश्ती के सज्जादा नसीन के आवास कचहरी पर मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ बिल की खूबियों से समाज को अवगत कराना और इस पर उनकी राय व सुझाव जानना था।
हजरत शेख सलीम चिश्ती की सज्जादा नसीन अरशद फरीदी चिश्ती के आवास पर आयोजित इस बैठक में मुस्लिम समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने अपनी राय रखी। समुदाय के लोगों ने विशेष रूप से सुन्नी और शिया वक्फ बोर्ड के अलग-अलग गठन पर जोर दिया और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि इन बोर्डों में समुदाय के लोगों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व हो। उन्होंने यह भी राय व्यक्त की कि इन बोर्डों में अन्य समुदायों का समावेश नहीं होना चाहिए।
सांसद राजकुमार चाहर ने मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने वक्फ बिल के गठन में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) और मुस्लिम समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों के सुझावों को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में वक्फ बोर्ड द्वारा गरीब तबके के लोगों को अपेक्षित मदद नहीं मिल पाती थी, लेकिन नए बिल के प्रावधानों से मुस्लिम समाज के निचले तबके के लोगों को सहायता मिल सकेगी।
श्री चाहर ने यह भी बताया कि नए वक्फ बिल में जिलाधिकारी के अलावा अन्य उच्च अधिकारियों को भी शामिल किया गया है और यदि कोई समस्या होती है तो अदालत में जाने का भी प्रावधान है, जिससे पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित हो सकेगा। उन्होंने मुस्लिम समाज के सभी लोगों से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने का आह्वान किया, ताकि वे तरक्की कर सकें और समाज का विकास हो सके।
इस महत्वपूर्ण चर्चा में अरशद अजीम फरीदी, बदरुद्दीन कुरैशी, भूरा कुरेशी, फइम कुरैशी, गुड्डू चाहर, चांद भाई, शौकत उस्मानी, गोविंद प्रधान, हाजी पप्पू, बंटी सिसोदिया, बंटू कुरेशी, एहसान कुरैशी, रईसों कुरेशी, जगा कुरैशी, हनीफ़ कुरैशी, आमीन कुरैशी समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सांसद ने सभी की बातों को ध्यान से सुना और उनके सुझावों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।