आगरा: ताजमहल जैसे विश्व प्रसिद्ध स्मारक शहर में पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में, दिल्ली से आए शिशिर कुमार और उनके परिवार के साथ एक घटना घटी जिसने पर्यटकों के विश्वास को धक्का पहुंचाया है।
शिशिर कुमार और उनका परिवार ताजमहल देखने आए थे और उन्होंने अपनी कार शिल्पग्राम पार्किंग में खड़ी की। जब वे ताजमहल घूमकर लौटे तो उन्होंने पाया कि उनकी कार का शीशा टूटा हुआ था और कार के अंदर रखे आभूषण, नकदी और अन्य कीमती सामान गायब थे।
सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने पार्किंग में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिरकार, पार्किंग में वाहन खड़ा करने के लिए एक निश्चित शुल्क लिया जाता है, तो फिर वाहनों और उनमें रखे सामान की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?
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ठेकेदार और कर्मचारियों की भूमिका
इस घटना के बाद यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या पार्किंग ठेकेदार और उसके कर्मचारियों की इस चोरी में कोई मिलीभगत है। आखिरकार, पार्किंग में तैनात कर्मचारी ही वाहनों पर नजर रखते हैं। अगर उनके सामने ही चोरी हुई है तो यह उनकी लापरवाही या फिर जानबूझकर की गई साजिश की ओर इशारा करता है।
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पुलिस जांच
पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ने का दावा कर रही है।
क्या है समाधान
इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं:
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पार्किंग में सुरक्षा बढ़ाएं:
पार्किंग में सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए और सीसीटीवी कैमरों की संख्या में भी वृद्धि की जानी चाहिए।
ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय करें:
पार्किंग ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए और अगर उनकी लापरवाही के कारण कोई घटना होती है तो उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
पर्यटकों को जागरूक करें:
पर्यटकों को अपनी कीमती चीजें कार में ना छोड़ने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।