सुमित गर्ग,अग्रभारत
आगरा। बसई नबाव के बदरिका ग्राम में सात दिवसीय भागवत ज्ञान गंगा सप्ताह का आयोजन स्व.श्री पदमचंद सिंघल प्रधानाचार्य के परिवार द्वारा किया जा रहा है।
धौलपुर जिले के ग्राम बदरिका स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के निकट बुधवार को भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया।
कलश यात्रा प्राचीन हनुमान मंदिर परिसर से शुरू हुई पूरे बदरिका गांव में भ्रमण करते हुऐ कथा स्थल पर पहुंचकर संपन्न हुई। कथा स्थल राधे-राधे के जयकारों से गुंजायमान हो गया ।
यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु पीत वस्त्र पहन कर व सिर पर कलश धारण कर शामिल हुई। इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन पूजन किया गया। कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक आचार्य गिरीश चंद्र शास्त्री महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा, ऐसी कथा है, जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है, इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक उर्जा से सशक्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रावण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।
कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 12 से 5 बजे तक होगा व शाम को रासलीला की प्रस्तुति होगी।कथा में परीक्षत श्रीमती माया देवी रहीं।
इस अवसर पर रामनिवास सिंघल,सन्तोष सिंघल,अखिलेश कुमार,महेश कुमार,अविनाश चंद,बालकिशन, योगेश,जगन्नाथ, हेतराम,ब्रजमोहन, श्रीगोपाल, मोहित,गोविन्द मंगल,संदीप मित्तल, महेश गर्ग,सुमित गर्ग आदि की उपस्थिति रही।