Agra Metro डिपो में थर्ड रेल का काम हुआ पूरा

Sumit Garg
3 Min Read
  • परिसर में जल्द शुरू होगा मेट्रो ट्रेन का टेस्टिंग
  • मेन लाइन पर तेज गति से जारी थर्ड रेल बिछाने का काम

आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा मेट्रो ट्रेनों के संचालन के लिए डिपो परिसर मे थर्ड रेल बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है। जल्द ही डिपो परिसर में पहुंची मेट्रो ट्रेनों टेस्टिंग शुरू होगी। वहीं, प्रायॉरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में तेज गति के साथ थर्ड रेल बिछाने का काम किया जा रहा है।
बता दें कि 750 वोल्ट डीसी करंट पर चलने वाली आगरा मेट्रो ट्रेनें संचालन के लिए थर्ड रेल का प्रयोग करेंगी। आगरा मेट्रो के 29.4 कि. मी. लंबे दोनो कॉरिडोर एवं डिपो परिसर में थर्ड रेल बिछाई जाएगी।
यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार के बताया कि आगरा मेट्रो ट्रेनें थर्ड रेल प्रणाली पर काम करेंगी। इस प्रणाली में पारुंपरिक तौर पर प्रयोग होने वाली ओएचई (ओवर हेड इक्युपमेंट) प्रणाली की जगह पर पटरियों के समानांतर एक तीसरी रेल (पटरी) का प्रयोग किया जाता है। 750 वोल्ट डीसी करंट पर चलने वाली आगरा मेट्रो ट्रेनें संचालन के लिए इसी थर्ड रेल का प्रयोग करेंगी।

See also  भारत देश की शौर्य गाथा विश्व भर में प्रसिद्ध : आचार्य शांतनु जी महाराज

रिसीविंग सब स्टेशन से थर्ड रेल को मिलेगी बिजली

आगरा मेट्रो के 29.4 लंबे दो कॉरिडोर के लिए कुल तीन रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) का निर्माण किया जाना है। फिलहाल, डिपो परिसर में पहला आरएसएस बनकर तैयार हो गया है। वहीं, आईएसबीटी के निकट दूसरे आरएसएस की बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है।

ऐसे काम करता है रिसीविंग सब स्टेशन

आगरा मेट्रो ट्रेन के संचालन के लिए सबसे पहले ग्रिड से 132 केवी की सप्लाई ली जाएगी। इसके बाद रिसीविंग सब स्टेशन में लगे स्टेप डाउन ट्रांसफॉर्मर की मदद से 132 केवी की सप्लाई को 33 केवी में बदला जाएगा। इस चरण के बाद 33 केवी की सप्लाई को टीएसएस (ट्रेक्शन सब स्टेशन) में लगे ट्रैक्शन ट्रांसफॉर्मर की मदद से 750 वोल्ट डीसी में बदलकर ट्रेन संचालन के लिए दिया जाएगा। इसके साथ ही मेट्रो स्टेशनों में लगे एस्कलेटर्स, लाइटिंग, लिफ़्ट्स, एयर-कंडीशनिंग सिस्टम आदि सिस्टमों के संचालन के लिए 33 केवी की सप्लाई को 440 वोल्ट में परिवर्तित किया जाएगा।

See also  आगरा: 17 छात्राओं से यौन शोषण का आरोपी 'डर्टी बाबा' चैतन्यानंद सरस्वती आगरा से गिरफ्तार

बिजली का उत्पादन भी करेगी आगरा मेट्रो

आगरा मेट्रो ट्रेनें रीजेनेरेटिव प्रणाली के जरिए बिजली का उत्पादन करेंगी। दरअसल, पारंपरिक अथवा मिकैनिकल ब्रेकिंग प्रणाली में गाड़ी को रोकने के लिए ब्रेक शू का प्रयोग किया जाता है, जबकि इस प्रणाली में ब्रेकिंग के दौरान व्हील पर ब्रेक शू के रगड़ने से ऊष्मा (हीट एनर्जी) उत्पन्न होती है, लेकिन आगरा मेट्रो ट्रेनों में रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। इस प्रणाली के जरिए इलेक्ट्रिक मोटर की मदद से ट्रेन को रोका जाएगा। रीजेनेरेटिव प्रणाली के जरिए उत्पादित बिजली को ट्रेन के विभिन्न सिस्टमों को चलाने के लिए प्रयोग किया जाएगा।

See also  25 लाख की डिमांड और मर जाओगे तो भी फायदा, पत्नी और सास की प्रताड़ना से तंग आकर सहायक अध्यापक ने दी जान, वीडियो और सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
Share This Article
Follow:
प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement