आगरा के कागारौल स्थित बीसलपुर कंपोजिट विद्यालय के बंटी (AIR 44) और कन्हैया कुमार (AIR 526) ने ‘श्रेष्ठा’ परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की। जानें इस राष्ट्रीय परीक्षा के बारे में, उनके शिक्षकों और अभिभावकों का योगदान, और यह कैसे अनुसूचित जाति के छात्रों को CBSE आवासीय स्कूलों में मुफ्त शिक्षा का अवसर देती है।
कागारौल/आगरा: आगरा के कागारौल क्षेत्र स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय बीसलपुर कंपोजिट के दो होनहार छात्रों ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित ‘श्रेष्ठा’ (Schem For Residential Education For Students in High Schools in Targeted Areas – SHRESHTA) परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर न केवल अपने विद्यालय और गुरुओं का, बल्कि अपने माता-पिता और पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि छात्रों की कड़ी मेहनत, शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन और अभिभावकों के सहयोग का परिणाम है।
प्रतिभाशाली छात्रों की शानदार रैंक
सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित इस प्रतिष्ठित परीक्षा में, खेरागढ़ ब्लॉक के बंटी पुत्र श्री देवेंद्र सिंह ने ऑल इंडिया रैंक (AIR) 44वीं हासिल कर अपनी मेधा का परिचय दिया। वहीं, इसी विद्यालय के एक और प्रतिभाशाली छात्र कन्हैया कुमार पुत्र श्री उमेश कुमार ने 526वीं रैंक (AIR) प्राप्त कर यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
बीसलपुर कंपोजिट विद्यालय की लगातार सफलताएं
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रभारी श्री लाखन सिंह ने इस अवसर पर बताया कि कंपोजिट विद्यालय बीसलपुर के विद्यार्थियों ने पहले भी कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता के झंडे गाड़े हैं। उन्होंने बताया कि:
* राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा (NMMS) में विद्यालय के 4 विद्यार्थियों ने परीक्षा क्वालीफाई की थी।
* अटल आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में भी विद्यालय के 3 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने अच्छे अंकों से परीक्षा पास कर न केवल अपने विद्यालय का, बल्कि अपने ब्लॉक खेरागढ़ और जनपद आगरा का नाम रोशन किया।
सफलता में योगदान देने वाले प्रमुख लोग
छात्र बंटी की इस उत्कृष्ट सफलता में डायट आगरा के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं खेरागढ़ के मेंटर डॉ. मनोज कुमार वार्ष्णेय जी के कुशल मार्गदर्शन का विशेष योगदान रहा। प्रधानाध्यापक श्री सुखवीर चाहर जी के कुशल नेतृत्व में, परीक्षा प्रभारी लाखन सिंह, ताजुद्दीन खान, बलबीर सिंह, कमल किशोर, पुष्पेंद्र मिश्रा, सीपी सिंह, निर्मला, कल्पना रुचि अग्रवाल, पिंकी, आरती, आंचल, रूबी शर्मा आदि शिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा, जिन्होंने छात्रों को हर कदम पर प्रेरित और प्रशिक्षित किया।
‘श्रेष्ठा’ परीक्षा क्या है?
श्री लाखन सिंह ने ‘श्रेष्ठा’ परीक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर संपन्न कराई जाती है। यह परीक्षा विशेष रूप से अनुसूचित जाति (SC) के उन विद्यार्थियों के लिए है, जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम है। कक्षा 8वीं और कक्षा 10वीं में अध्यनरत छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।
यह परीक्षा आवासीय सीबीएसई विद्यालयों (Residential CBSE Schools) में निशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है। कक्षा 9वीं में प्रवेश हेतु कुल 1500 सीटें और कक्षा 11वीं में प्रवेश हेतु 1500 सीटें देशभर में आरक्षित हैं, जिससे चयनित विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा और उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है।
शुभकामनाएं और सम्मान समारोह
इस अवसर पर डायट प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार वार्ष्णेय, ब्लॉक खेरागढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी दीपक कुमार, प्रधानाध्यापक सुखवीर चाहर एवं लाखन सिंह बघेल (ब्लॉक अध्यक्ष) ने जनपद आगरा के सभी सफल एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दीं और धन्यवाद ज्ञापित किया।
विद्यालय स्तर पर, सफल विद्यार्थियों को विद्यालय परिवार की ओर से विशेष सम्मान दिया गया। उन्हें माला पहनाई गई, मिष्ठान खिलाकर मुंह मीठा कराया गया और पुरस्कार स्वरूप नगद धनराशि भी प्रदान की गई, जिससे उनका मनोबल और बढ़ा। यह सफलता कागारौल के लिए प्रेरणा स्रोत है और यह दर्शाता है कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।