कासगंज, उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कासगंज जिले को 724 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का तोहफा दिया। इस अवसर पर आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, सीएम योगी ने केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तान में अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रमुखता से जिक्र किया और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारा और उसे चारों खाने चित कर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि बीते 10 वर्षों में सेना को अभूतपूर्व रूप से मजबूत किया गया है।
सीएम योगी ने भारतीय सेना की शक्ति और पराक्रम का बखान करते हुए कहा, “वर्दी की क्या कीमत होती है, ये आपने पाकिस्तान की कमर तोड़ते हुए सेना को देखा होगा। सेना ने पाकिस्तान को औकात में लाने का काम किया है। अगर हमारे एक नागरिक को छेड़ोगे तो तुम जूझोगे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि पिछले 10 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में सेना के सुदृढीकरण के लिए काफी काम हुए हैं। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि अगर भारत माता के पास बहादुर जवानों की सेना नहीं होती, तो देश का जनमानस कैसे सुरक्षित होता। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आज पाकिस्तान दुनिया के आगे गुहार लगा रहा है कि उसकी जान बख्श दी जाए।
कासगंज को विकास परियोजनाओं की सौगात और कानून-व्यवस्था पर बयान:
कार्यक्रम में सीएम योगी ने कासगंज के विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “इसी कासगंज को 724 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाएं मिल रही हैं। इसके लिए मैं कासगंज की जनता को धन्यवाद देता हूं।”
पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था में आए बदलाव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “इस राज्य में हर तीसरे दिन दंगा होता था। लोगों के मन में शंका होती थी कि अब क्या होगा।” सीएम ने आरोप लगाया कि साल 2017 से पहले की सरकारें “गुंडों के साथ मिलकर अराजकता फैलाती थीं, सज्जनों को प्रताड़ित करती थीं और दुर्जनों के साथ खड़े रहती थीं।”
उन्होंने समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार पर कानून से खिलवाड़ करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “आंतरिक सुरक्षा में पुलिस की भूमिका होती है। 2017 के पहले कोई सुरक्षित नहीं था, शाम से ही उपद्रवी तांडव करते थे, बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। पर्व-त्योहार से पहले दंगे होने लगते थे, एक तरफ उपद्रव दूसरी तरफ अंधेरा।”
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार में स्थिति पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने कहा, “इसी कासगंज में न तो पुलिस के लिए कोई भवन था, न डीएम एसपी के लिए कोई जगह। आज पुलिस, माफिया का काल बन गई है। आज माफिया किसी को प्रताड़ित नहीं कर सकता। उसे पता है अगले चौराहे पर उसका रामनाम सत्य हो जाएगा।”
सीएम योगी का यह बयान आगामी चुनावों से पहले केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करने और विरोधियों पर हमला करने के प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है।