आगरा। AgraNews; ताजनगरी आगरा में महिला एवं बाल अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। गरीब परिवारों की बेटियों पर दबंगों द्वारा डोरे डालकर अपने मोहजाल में फंसाया जा रहा है। घटना होने के बाद पीड़ित परिवारों की सुनवाई भी नहीं हो पा रही।
बताया जाता है कि थाना जगदीशपुरा के बोदला चौकी क्षेत्र अंतर्गत बीते 23 सितंबर को नाबालिग युवती अचानक अपने घर से लापता हो गई थी। काफी खोजबीन के बावजूद उसका कहीं सुराग नहीं लगा। घटना की जानकारी जुटाने पर परिजनों को एक सत्ताधारी राजनीतिक परिवार से जुड़े दबंग युवक द्वारा अपनी नाबालिग युवती को भगा जाने की सूचना मिलते ही परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। घटना की तहरीर देने के बाद संदीप पुत्र जितेंद्र निवासी रूपवास राजस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। परिजनों के मुताबिक मुकदमा दर्ज होने के बावजूद पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई शून्य है। मुकदमा के आईओ द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। पुलिस की कार्यप्रणाली के विरोध में पीड़ित परिवार ने रविवार से भूख हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है।
पुलिस कमिश्नरेट बनने के बावजूद क्यों नहीं हो रहा हालातों में सुधार
शासन द्वारा प्रभावी अपराध नियंत्रण हेतु आगरा में पुलिस कमिश्नरेट स्थापित किया गया था। प्रत्येक थाना और चौकी पर पर्याप्त पुलिसकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित करते हुए पुलिस को पहले से अधिक अधिकार प्रदान किए गए थे। इसके बावजूद पूरे जनपद में महिला अपराध से लेकर अन्य अपराधों का ग्राफ कम नहीं हो पा रहा है। जानकारों के अनुसार, अनुभवी दरोगा और थानेदारों के स्थानों पर हालिया नवीन बैचों के दरोगाओं को थाने का प्रभार थमाया जा रहा है। अनुभवी थानेदार और दरोगा किनारे पड़े हैं। जिसकी चमक है उसी को दमक मिल रही है।