आगरा: आगरा में निर्माणाधीन सिविल एन्क्लेव 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इस परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाना है। फिलहाल, पहले चरण का काम तेजी से चल रहा है। नींव की खुदाई, भराई और टर्मिनल भवन के लिए खंभे खड़े करने का काम प्रगति पर है। जून से इमारत का आकार दिखने लगेगा। लखनऊ की केएसएम बशीर मोहम्मद एंड संस (Bashir Mohammad & Sons) इस परियोजना का निर्माण कर रही है, जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) का धनौली परियोजना साइट कार्यालय टर्मिनल परिसर में काम करना शुरू कर चुका है।
निर्माण कार्य की प्रगति
परियोजना के महाप्रबंधक सिविल, अनूप चंद श्रीवास्तव ने सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधिमंडल के साथ अनौपचारिक चर्चा में बताया कि निर्माण कार्य में निर्धारित मानकों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि निर्माण कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहेगा और अगले छह महीनों में टर्मिनल भवन का आकार दिखने लगेगा।
दूसरे चरण की शुरुआत जल्द
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि दूसरे चरण का काम शुरू करने के लिए भी अथॉरिटी गंभीर है। प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण की औपचारिकताएं पहले ही पूरी कर ली हैं। इस चरण में रनवे के विस्तार का काम सबसे महत्वपूर्ण है, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
दूसरे चरण का काम शुरू करने से पहले पेड़ों को हटाने का काम भी जरूरी है। जो पेड़ स्थानांतरित किए जा सकते हैं, उन्हें अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। पेड़ों को हटाने के लिए वन विभाग के साथ समन्वय किया जा रहा है। श्री श्रीवास्तव ने इससे पहले गोरखपुर का सिविल एयरपोर्ट भी बनवाया है।
मुनाफे में संचालित होगा एयरपोर्ट
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के अध्यक्ष डॉ. शिरोमणि सिंह ने कहा कि सिविल एन्क्लेव के वायुसेना परिसर से बाहर आने और नागरिकों के लिए सुलभ होने पर यह एयरपोर्ट अथॉरिटी का उत्तर प्रदेश में संचालित होने वाला पहला लाभप्रद हवाई अड्डा बनेगा।
महासचिव अनिल शर्मा ने कहा कि अब पर्यटन केवल अक्टूबर से मार्च तक सीमित नहीं है और आगरा की हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाना आवश्यक है।
सिविल सोसायटी के प्रतिनिधिमंडल में राजीव सक्सेना और असलम सलीमी भी शामिल थे।
सूचना पट्ट लगाने की मांग
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधियों ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से सिविल एन्क्लेव की कार्ययोजना की जानकारी देने वाला सूचना पट्ट (होर्डिंग) सिविल एन्क्लेव परिसर के गेट के पास और शिल्प ग्राम परिसर में लगाने का अनुरोध किया है। इससे पर्यटन व्यापार से जुड़े लोग और शहरवासी प्रेरित होंगे।
परियोजना की लागत
पहले चरण का निर्माण कार्य 51.57 एकड़ जमीन पर हो रहा है, जिस पर 343.20 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दूसरे चरण के लिए 92.50 एकड़ जमीन रखी गई है, जिसमें रनवे का विस्तार, टैक्सी ट्रैक और 9 विमानों की पार्किंग बनाई जाएगी। दोनों चरणों की कुल लागत 570 करोड़ रुपये आएगी।