कानपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि योगी की योग्यता की जांच करानी होगी, क्योंकि उनकी सरकार ने राज्य को सिर्फ विनाश और अराजकता दी है। अखिलेश यादव का यह बयान उस समय आया जब वह कानपुर में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।
एनकाउंटर वाली सरकार का काउंटडाउन शुरू
अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और यह सरकार अब उतने दिन नहीं चलेगी जितने दिन अब तक चल चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य में जो झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं और जिन पर सही मुकदमे हटाए गए हैं, वह सब योगी सरकार की असफलता का प्रतीक हैं।
“जो जितना बड़ा संत होता है, वह उतना कम बोलता है। लेकिन इस सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री अपनी बातों से ज्यादा अपनी कार्रवाईयों से दूसरों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं,” अखिलेश ने तंज कसा।
योगी की योग्यता पर सवाल
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार न तो विकास का काम कर रही है, बल्कि प्रदेश में विनाश फैला रही है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री की योग्यता की जांच होनी चाहिए। उनके कार्यों को देखकर लगता है कि यह सरकार सिर्फ दिखावे के लिए काम कर रही है, जबकि असल में प्रदेश की स्थिति बदतर होती जा रही है।”
अखिलेश ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई और उसकी बदनामी के चलते सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की और 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। “यह पहली बार हुआ है कि बुलडोजर कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने जुर्माना लगाया है,” अखिलेश ने कहा।
संविधान और कानून की अनदेखी
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि योगी सरकार अपने अहंकार में संविधान और कानून की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब जंगलराज जैसा माहौल बन गया है, और बारूद बिछाने का काम अंदर ही अंदर हो रहा है।
“यह सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और जो कानून और न्याय के लिए जिम्मेदार होते हैं, वे खुद उस कानून का उल्लंघन कर रहे हैं,” अखिलेश ने आरोप लगाया।
खजांची के जन्मदिन पर भी तंज
अखिलेश ने अपनी बातों का सिलसिला जारी रखते हुए एक और बयान दिया। उन्होंने नोटबंदी के दौरान कानपुर देहात में बैंक के अंदर पैदा हुए ‘बालक खजांची’ के जन्मदिन पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा और बैंक को खजांची की पढ़ाई का ख्याल रखना चाहिए था, बजाय इसके कि वे उसे गरीबों और आम लोगों के हित में काम करते।
अखिलेश का यह बयान राज्य सरकार की आलोचना में आया है, खासकर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दों पर।
अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ की सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इस सरकार के दिनों की गिनती शुरू हो चुकी है और जनता अब बदलाव चाहती है। उनका कहना था कि प्रदेश में केवल बोल-चाल और विरोध की राजनीति हो रही है, जबकि असल मुद्दे जैसे रोजगार, विकास और कानून व्यवस्था से सरकार ने मुंह मोड़ लिया है।