कानपुर। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आरिफ नाम के एक व्यक्ति के पास से लाए गए सारस से मिलने के लिए कानपुर चिड़ियाघर पहुंचे, लेकिन परिंदे को पृथक वास में रखे जाने से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बुधवार को बताया कि यादव सारस से मिलने के लिए कानपुर चिड़ियाघर आए थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि सारस को पृथक वास में रखा गया है। इस दौरान उनके साथ सारस का दोस्त आरिफ भी मौजूद था। दोनों ने सीसीटीवी स्क्रीन पर सारस को देखा और वहां करीब एक घंटा बिताया।
वरिष्ठ वन अधिकारी ने यादव को बताया कि डॉक्टरों की एक टीम सारस के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रख रही है और उसका इलाज शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि अमेठी जिले के निवासी आरिफ को पिछले साल खेत में यह सारस घायल हालत में मिला था। उसने उसका इलाज किया था। सारस आरिफ से इस कदर घुल मिल गया था कि वह उसके साथ ही रहने लगा था। यादव 5 मार्च को आरिफ और सारस से मिलने के लिए अमेठी गए थे। इसके बाद वन विभाग ने हाल में सारस को उसके प्राकृतिक वातावरण में रखने के लिए उसे आरिफ के यहां से हटाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार भेज दिया था जहां से उसे कानपुर चिड़ियाघर स्थानांतरित कर दिया गया है।
वन विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में आरिफ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और उसे पेश होकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा है। यादव को उम्मीद है कि सरकार आरिफ के खिलाफ मामला बंद कर देगी और उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाएगी क्योंकि उसने एक घायल पक्षी को बचाया था।
यादव ने अपनी कानपुर यात्रा के दौरान संवाददाताओं से कहा मैं सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिलने कानपुर जेल गया था, लेकिन उन्हें महाराजगंज जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। मैं सारस से मिलने गया था तो इसे कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि मैं जिससे मिला उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।