एटा। अखिल भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) से मुलाकात कर यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में एआरएम रोडवेज एटा द्वारा अन्य डिपो की बसों के एटा शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को लेकर गहरी आपत्ति जताई गई।
प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि यह कदम एटा डिपो की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अन्य डिपो की बसें यात्रियों को एटा शहर से काफी दूर बाईपास पर छोड़ रही हैं, जिससे गरीब, मजदूर और किसानों को शहर तक पहुंचने में आर्थिक और समय संबंधी समस्याएं हो रही हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि बाईपास पर यात्रियों को उतारने से रात्रि के समय यात्रियों, विशेषकर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के लिए लूट, हत्या और यौन उत्पीड़न जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। ठंड और कोहरे के मौसम में यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि यात्रियों को शहर तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त वाहन किराए पर लेना पड़ रहा है, जिससे उनका आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब यात्रियों के लिए यह खर्च उनके रोजमर्रा के भोजन के बजट पर भारी असर डाल सकता है।
ज्ञापन में प्रमुख मांगें
- अन्य डिपो की बसों को एटा डिपो तक लाने पर लगी पाबंदी को तत्काल हटाया जाए।
- एटा डिपो पर यात्रियों को सुरक्षित उतारने की व्यवस्था की जाए।
- बसों द्वारा डिपो के बाहर खड़े होकर सवारियां उठाने की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जाए, ताकि शहरवासियों को जाम से बचाया जा सके।
- रात्रि विश्रामगृह का उपयोग सुनिश्चित किया जाए, ताकि रात में आने वाले यात्रियों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
- इस ज्ञापन को सौंपने में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी, राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र शास्त्री, प्रदेश महासचिव रघुवीर सिंह, जिलाध्यक्ष पिंकी भैया, जिला उपाध्यक्ष मनदीप सिंह, जिला महासचिव रामनरेश सिंह सहित कई अन्य सदस्य शामिल रहे।