झांसी में बिजली संकट पर सर्वदलीय बैठक: ‘जन आक्रोश आंदोलन’ का ऐलान, कल से इलाइट चौराहे पर धरना

Faizan Khan
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पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य के आह्वान पर एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन होटल वर्धमान, सीपरी बाजार में किया गया।

झांसी, उत्तर प्रदेश। भीषण गर्मी के बीच झांसी में बिजली की बेहाल आपूर्ति से त्रस्त जनता की आवाज बुलंद करने के लिए पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य के आह्वान पर एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन होटल वर्धमान, सीपरी बाजार में किया गया। इस बैठक में सभी दलों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एक सुर में विद्युत विभाग की “निष्क्रियता” पर गंभीर चिंता व्यक्त की और जनता को हो रही परेशानियों के लिए सरकार को आड़े हाथों लिया। अंत में, सर्वसम्मति से 23 मई, 2025 से इलाइट चौराहे पर ‘जन आक्रोश आंदोलन’ के तहत धरना शुरू करने का निर्णय लिया गया।

बुंदेलखंड में ‘त्राहिमाम’ और बिजली विभाग पर गंभीर आरोप

पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य के आह्वान पर एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन होटल वर्धमान, सीपरी बाजार में किया गया।

सभा की शुरुआत में प्रदीप जैन आदित्य ने संबोधित करते हुए कहा कि संपूर्ण बुंदेलखंड में बिजली सप्लाई को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है। उन्होंने चौंकाने वाला तथ्य बताया कि झांसी के आस-पास पांच जगहों पर बिजली का उत्पादन हो रहा है, और यदि इस उत्पादन का मात्र दस प्रतिशत भी झांसी-ललितपुर वासियों को दे दिया जाए तो बिजली की कमी नहीं पड़ेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली विभाग ने कोई रोस्टर नहीं बनाया है और जब मर्जी होती है, कटौती कर ली जाती है, जो सरासर जनता को परेशान करना है। प्रदीप जैन ने विभाग में चालीस प्रतिशत जेई और सौ से अधिक कर्मचारियों की कमी का मुद्दा भी उठाया, जिस पर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

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जनता की पीड़ा और राजनैतिक निहितार्थ

प्रदीप जैन आदित्य ने जनता की पीड़ा को उजागर करते हुए कहा कि जनता रातों को सो नहीं पा रही है, अस्पतालों और घरों में मरीज और बुजुर्ग तड़प रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिये आज इस सर्वदलीय बैठक की आवश्यकता महसूस हुई, ताकि सभी मिलकर जनता की आवाज बुलंद कर सकें और इस भीषण गर्मी में जनता को राहत देने के लिए बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुचारू करने की मांग कर सकें।

बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येन्द्र पाल सिंह ने कहा कि “बुंदेलखंड राज्य से पहले आज हमें बिजली की जरूरत पहले है।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदीप जैन के मुख्य अभियंता के घेराव के बाद चार दिन तक बिजली व्यवस्था को और खराब किया गया।

कांग्रेस पार्टी के एआईसीसी सदस्य और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव राहुल रिछारिया ने इस समस्या को “झांसी की जनता की समस्या” बताया और कहा कि यह किसी पार्टी का मुद्दा नहीं है, बल्कि इसे सबको मिलकर उठाना चाहिए। उन्होंने हस्ताक्षर अभियान चलाने का सुझाव दिया।

विभिन्न दलों के नेताओं ने जताई नाराजगी:

  • वैभव भारत बटटा ने आरोप लगाया कि “साजिशन बिजली नहीं दी जा रही है,” क्योंकि जहां बिजली निजीकरण किया गया है, वहां भरपूर सप्लाई मिल रही है।
  • ध्रुव सिंह यादव ने हर मोहल्ले में जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाने का प्रस्ताव रखा।
  • सपा जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह यादव ने जिलाधिकारी से मिलकर टैक्स बढ़ने और सुविधाओं की कमी पर सवाल उठाने की बात कही।
  • शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने व्यंग्य करते हुए कहा कि “मेहमान झांसी आने को तैयार नहीं हैं, बेटियों के रिश्ते के लिए आने वाले कह रहे हैं कि किसी दूसरे शहर में बेटी को दिखा दें।” उन्होंने तो यहां तक कहा कि झांसी में बिजली सिर्फ “योगी और मोदी की आपसी लड़ाई की वजह से” नहीं मिल रही है।
  • आप पार्टी के जिलाध्यक्ष मुहम्मद अरशद खान ने कहा कि झांसी में बिजली के प्रोडक्शन की नहीं, बल्कि डिस्ट्रीब्यूशन की समस्या है। उन्होंने एलाइट से हाइडल तक मानव श्रंखला बनाने का सुझाव दिया।
  • बीएसपी के उत्कर्ष साहू ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की खराब स्थिति पर चिंता जताई।
  • दिनेश भार्गव ने भाजपा पर सिर्फ हिंदू-मुसलमान करने और नए पावर हाउस न बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अधिकारियों पर नादिरशाही का आरोप लगाते हुए बड़े आंदोलन की आवश्यकता बताई।
  • व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
  • कांग्रेस जिलाध्यक्ष देशराज रिछारिया ने सरकार पर जनता को लूटने और लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया।
  • पूर्व शहर अध्यक्ष इम्तियाज हुसैन ने अस्पतालों के बुरे हालात पर चिंता व्यक्त की, जहां जरूरी ऑपरेशन भी रुक गए हैं।
  • विनोद अवस्थी और हरीश लाला ने इसे जनहित का आंदोलन बनाने और व्यापारियों के व्यापार पर पड़ रहे नकारात्मक प्रभाव पर बात की।
  • राम कुमार खरे ने अधिवक्ता संघ द्वारा बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही।
  • विश्व हिंदू परिषद के जयदीप खरे ने कहा कि यह कोई राजनैतिक बात नहीं, बल्कि आक्रोश है। उन्होंने दिन में आंदोलन और रात में अधिकारियों के घर पर थाली बजाने का सुझाव दिया।
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कल से जन आक्रोश आंदोलन का ऐलान:

बैठक के अंत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि बुंदेलखंड में बिजली की समस्या से निपटने के लिए एक जन आक्रोश आंदोलन धरने के रूप में कल, 23 मई, 2025 से सुबह दस बजे से इलाइट चौराहे पर शुरू किया जाएगा। आगे की रणनीति बाद में तय की जाएगी ताकि जनता को बिजली की समस्या से जल्द से जल्द निजात दिलाई जा सके।

इस मौके पर युथुप सर्राफ पिंकी, अनिल रिछारिया, अमित कुमार, शफीक अहमद मुन्ना, फरहान चौधरी, आशीष कुमार, पवन शाक्या, मुकेश धानुक, सुरेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र चतुर्वेदी, सचिन मौर्या, मनीष अहिरवार, संजीव नामदेव, प्रशांत यादव, महेन्द्र, रविन्द्र सिंह, पवन तिवारी, अमित यादव, किशोर नन्द, प्रशान्त वर्मा, विकास अवस्थी, दीप करण सिंह परमार, अनूप गुर्जर, सौरभ यादव, धर्मेन्द्र यादव, आसिफ, सौहेल और बहुत से सजग नागरिक उपस्थित रहे। अंत में सभी का आभार मजहर अली ने व्यक्त किया।

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फैजान खान- संवाददाता दैनिक अग्र भारत समाचार । "मैं पिछले 5 वर्षों से राजनीति और समाजिक मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर रहा हूं। इस दौरान, मैंने कई सामाजिक मुद्दों,ओर समस्याओं पर लेख लिखे हैं और लिखता आ रहा हु।
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