उत्तर प्रदेश- मेरठ के मेडिकल थाने में तैनात महिला सिपाहियों ने वरिष्ठ उपनिरीक्षक (एसएसआई) कविश मलिक पर अभद्रता और अश्लील हरकत का आरोप लगाया है। ‘पीड़ित खाकी’ के नाम से मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, एडीजी जोन और आईजी मेरठ रेंज को ट्विटर पर शिकायत भेजी गई है।
इसमें लिखा है कि एसएसआई के एक महिला कांस्टेबल से करीबी संबंध हैं। इसकी पोल खुलने के बाद वह उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। इस मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने प्राथमिक जांच कराकर दोनों महिला सिपाहियों को लाइन हाजिर करते हुए एसएसआई का भी तबादला जानी थाने में कर दिया है।
शिकायत पत्र में लिखा गया है कि मेडिकल थाने में एक माह से थाना प्रभारी की नियुक्ति नहीं हो रही है। इसके चलते एसएसआई कविश महिला सिपाहियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। आरोप लगाया कि वह महिला सिपाही के साथ बैठकर अश्लील वीडियो देखते हैं। अनैतिक बाते करते हैं। जातिगत टिप्पणी करते हैं। अनैतिक संबंध बनाने का दबाव भी बनाते है। एक महिला सिपाही से करीबी संबंध का भी जिक्र किया गया है।
सीओ अरविंद चौरसिया के मुताबिक एसएसआई कविश मलिक का कहना कि महिला सिपाही के खिलाफ गैरहाजिरी का तस्करा डलवा दिया था। इसे लेकर महिला सिपाहियों ने ऐसी शिकायत की। सीओ ने महिला सिपाहियों के भी बयान लिए। एसएसपी के निर्देश पर मेडिकल थाने के दरोगा और पुलिसकर्मियों के बयान लिए गए। प्राथमिक जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी ने दोनों महिला सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। एसएसआई कविश मलिक को मेडिकल से हटाकर जानी थाने में एसएसआई बना दिया गया।
काफी किरकिरी बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने मेडिकल थाने में इंस्पेक्टर नौचंदी दिनेश कुमार उपाध्यक्ष को नियुक्ति कर दिया। इंस्पेक्टर नौचंदी में पीआरआर एसएसपी उपेंद्र सिंह यादव को प्रभारी बनाया है। एसएसपी ने दोनों इंस्पेक्टरों को तुरंत ही चार्ज संभालने के निर्देश दिए है। वहीं, पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार और विनय कुमार को एसएसपी ने अपना पीआरओ बनाया है।