प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक 65 वर्षीय व्यक्ति चौधरी सुदेश पाल सिंह अपने 92 वर्षीय मां को महाकुंभ में स्नान कराने के लिए एक अनूठी यात्रा पर निकले हैं। वे अपनी मां को खुद के हाथों से बनाई हुई पैदल गाड़ी में बैठाकर मुजफ्फरनगर से प्रयागराज तक का सफर तय कर रहे हैं। उनकी यह यात्रा 13 दिनों में पूरी होने की उम्मीद है।
25 साल पहले ठीक हुए पैर के घुटने
सुदेश पाल सिंह ने बताया कि 25 साल पहले उनके पैर के घुटने खराब हो गए थे, जिसके बाद वह अपनी माता की सेवा किया करते थे। उनकी मां ने उन्हें आशीर्वाद दिया, जिसके बाद उनके पैर के घुटने ठीक हो गए। सुदेश पाल ने कहा कि डॉक्टरों ने उनके घुटने को लाइलाज घोषित कर दिया था, लेकिन उन्होंने अपनी मां के चरणों में सेवा कर आशीर्वाद लिया, जिसके बाद वह अपने पैरों से चल सके।
हरिद्वार से गंगाजल भी ला चुके हैं कंधों पर
इससे पहले भी सुदेश अपनी मां को हरिद्वार से अपने कंधों पर गंगाजल लेकर मुजफ्फरनगर पहुंच चुके हैं। अब उन्होंने 144 साल बाद आए महाकुंभ में अपनी माता को श्रद्धा की डुबकी लगवाने का प्रण लिया है।
50 से 60 किलोमीटर प्रतिदिन की पैदल यात्रा
उनकी यह पैदल यात्रा 50 से 60 किलोमीटर प्रतिदिन की होती है। रोजाना पैदल गाड़ी में अपनी मां को सवार कर उसे खींचकर प्रयागराज ले जा रहे हैं। 92 साल की उम्र में उनकी माता हर हर गंगे के नारे लगाती दिखाई देती है। इसी के साथ खुद सुदेश पाल हर हर गंगे के नारे लगाते हुए पैदल गाड़ी खींचकर निकलते हैं।