राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर से की कड़ी कार्रवाई की मांग
आगरा। जनपद के गांव बरारा स्थित आगरा रजवाहा पर बीते दिनों दबंग कॉलोनाइजर द्वारा बसाई गई अवैध कॉलोनी हेतु बनाई गई अवैध पुलिया को ध्वस्त करने हेतु पहुंची सिंचाई विभाग की टीम पर जानलेवा हमला हुआ था। कॉलोनाइजर के गुर्गों द्वारा सींच पर्यवेक्षक को लाठी डंडों से बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया गया। अन्य अधिकारियों के भी चोटें आई थीं। सींचपाल की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
बताया जाता है कि सींच पर्यवेक्षक की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं। दबंगों द्वारा की गई पिटाई के बाद बमुश्किल उसकी जान बच सकी थी। बताया जा रहा है कि हमलावर कॉलोनाइजर विनोद कुमार और उसके साथी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं। घटना के तुरंत बाद विभागीय अधिकारियों ने मलपुरा थाना पहुंचकर पुलिस को घटनाक्रम से अवगत कराया। थाना पुलिस द्वारा शुरूआत में प्रकरण को हल्के में लिया गया। सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा कड़ा रुख दिखाने पर थाना पुलिस ने सक्रियता दिखाकर दो हमलावरों को पकड़ लिया। कथित रूप से कुछ समय बाद ही उनको थाने से छोड़ दिया गया। घायल सींच पर्यवेक्षक का मैडिकल करवाने में भी पुलिस द्वारा आनाकानी की गई, फिर बाद में मजबूरन मजमून चिट्ठी दी गई। थाना पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। जिलाध्यक्ष विनोद चौधरी और जिला मंत्री अजय शर्मा ने जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर आगरा को संयुक्त रूप से घटनाक्रम से अवगत कराते हुए तत्काल प्रभाव से कड़ी कार्रवाई हेतु अवगत कराया है। परिषद ने कहा है कि घटना बेहद ही निंदनीय है। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा हटाने के नाम कर अभद्रता और मारपीट हुई है। गाड़ी भी तोड़ी गई है। मलपुरा पुलिस ने दो हमलावरों को पकड़ा और फिर छोड़ दिया। इस कृत्य से मलपुरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहा है। अगर शीघ्र ही कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो निर्णायक कदम उठाया जाएगा।
खुले में घूम रहे हमलावरों को नहीं पकड़ रही पुलिस: विजय कसाना
सिंचाई संघ के जिला महासचिव विजय कसाना ने कहा कि कॉलोनाइजर विनोद कुमार ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर दुस्साहस की हदें पार कर दी थीं। घातक हथियारों से लैस होकर हमला बोला गया था। थाना मलपुरा पुलिस ने हमलावरों को गिरफ्तार करने में रुचि नहीं दिखाई। दो हमलावरों को पकड़ा भी गया, लेकिन किन कारणों से छोड़ दिया। समझ से परे है। सभी हमलावर खुले में घूम रहे हैं। संघ शीघ्र ही निर्णायक कदम उठाने जा रहा है।
घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: करनपाल सिंह
इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता करनपाल सिंह ने साफ कहा है कि हमलावरों का यह दूसरा कारनामा है। इससे बीस दिन पूर्व भी विभागीय टीम पर हमला बोला गया था। हमलावरों पर कार्रवाई नहीं होने से सरकारी जमीनों पर कब्जे हटाना मुश्किल हो जाएगा। उच्चाधिकारियों को घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है। पुलिस को हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करके जेल भेजना चाहिए।