सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के नागल थाना क्षेत्र के गांव उमाही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शादी उस समय विवादों में घिर गई जब दूल्हे ने दहेज में खड़ी नई स्विफ्ट कार को ‘टीन का डिब्बा’ बताते हुए थार गाड़ी की मांग रख दी। दूल्हे की इस बेशर्मी भरी हरकत से आक्रोशित दुल्हन पक्ष ने आपा खो दिया और दहेज के लालची दूल्हे समेत पूरी बारात को बंधक बना लिया। भारी फजीहत के बाद भी दूल्हे को अपनी दुल्हन के बिना ही वापस लौटना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, उमाही गांव निवासी स्वर्गीय गुलजार की बेटी अंजुम का रिश्ता करीब एक साल पहले हरिद्वार जनपद के ज्वालापुर के रहने वाले सैफ अली के साथ तय हुआ था। कॉन्टैक्टर और प्रॉपर्टी डीलर पिता के साथ काम करने वाला सैफ अली रविवार दोपहर धूमधाम से बारात लेकर उमाही गांव पहुंचा था।
निकाह की रस्मों से पहले बारातियों ने खूब खाया-पिया। जब दूल्हा सैफ अली अपने दोस्तों के साथ खाना खाकर वापस लौट रहा था, तो उसकी नजर वहां खड़ी नई नवेली स्विफ्ट कार पर पड़ी। गाड़ी को देखते ही सैफ अली का मिजाज बिगड़ गया और उसने उसे ‘टीन का डिब्बा’ करार देते हुए तत्काल थार गाड़ी की मांग कर डाली। दूल्हे की इस Demand से दुल्हन पक्ष का गुस्सा फूट पड़ा।
लड़की पक्ष के तेवर देखकर दूल्हा और भी बेशर्म हो गया और अब वह एसयूवी (SUV) की मांग करने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि लड़की के पिता का निधन हो चुका है और परिवार अपनी जमीन बेचकर बेटी की शादी कर रहा है, लेकिन दूल्हे और उसके परिजनों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
दुल्हन पक्ष ने दूल्हे को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा और दुल्हन को विदा कराने से इनकार कर दिया। इस पर दुल्हन पक्ष ने गुस्से में दूल्हे समेत सभी बारातियों को बंधक बना लिया और कहा कि शादी में हुआ खर्च मिलने के बाद ही बारात को वापस जाने दिया जाएगा।
मामले को शांत कराने के लिए दोनों पक्षों के बीच पंचायत के माध्यम से सुलह समझौते का दौर चलता रहा, लेकिन इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हाथापाई भी हो गई। सूचना मिलने के बाद नागल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दूल्हा अपनी थार की मांग पर अड़ा रहा और बिना उसके समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ। पुलिस के सामने भी देर रात तक दोनों पक्षों में सुलह की बातचीत चलती रही। आखिरकार आधी रात के बाद समझौता हुआ कि लड़का पक्ष दुल्हन पक्ष को 15 लाख रुपये देगा, जिसके बाद बारात को वापस जाने दिया जाएगा। इस घटना ने दहेज लोभियों को एक कड़ा संदेश दिया है कि उनकी ऐसी हरकतों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।