नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी भाग्यश्री नवटेके के खिलाफ 1200 करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले में संलिप्तता के आरोप में मामला दर्ज किया है। नवटेके पर आरोप है कि उन्होंने जलगांव स्थित भाईचंद हीराचंद रईसनी क्रेडिट सोसाइटी से संबंधित कथित 1200 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच का नेतृत्व करते हुए अनियमितताएं कीं।
यूपीएससी टॉपर से आईपीएस अधिकारी तक का सफर
भाग्यश्री नवटेके ने बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी परीक्षा में 125वीं रैंक हासिल की थी। इसके बाद उन्हें महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी नियुक्त किया गया था।
क्या है पूरा मामला?
सीबीआई के अनुसार, नवटेके ने 2020-22 के बीच जलगांव स्थित भाईचंद हीराचंद रईसनी क्रेडिट सोसाइटी से संबंधित कथित 1,200 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच का नेतृत्व किया था। इस घोटाले में लोगों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर असामान्य रूप से ऊंचे रिटर्न का लालच देकर ठगा गया था। जांच में पाया गया कि नवटेके ने इस घोटाले में शामिल गड़बड़ियों को प्रभावी ढंग से उजागर करने में अपनी भूमिका निभाई नहीं।
यह पहली बार नहीं है जब भाग्यश्री नवटेके विवादों में रही हैं। इससे पहले उन पर एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए 21 दलितों के हाथ-पैर बांधकर उनकी पिटाई करने का आरोप भी लगा था।
सीबीआई की जांच जारी
सीबीआई इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नवटेके ने इस घोटाले में क्या भूमिका निभाई और इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल थे।