आगरा: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की छीपीटोला स्थित हाउसिंग लोन शाखा के एक वरिष्ठ क्लर्क, सुरेंद्र पाल सिंह (40), पिछले तीन दिनों से लापता हैं। उनके परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी है। सुरेंद्र पाल अपने घर से जाते समय अपने भांजे को अपनी बाइक और एक पत्र देकर गए थे, जिसमें उन्होंने बैंक के अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
लापता होने से पहले लिखी थी चिट्ठी
सुरेंद्र पाल सिंह के परिवार के मुताबिक, वह घर से यह कहकर निकले थे कि वह दवाई लेने जा रहे हैं, लेकिन उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल पाया है। उन्होंने जाने से पहले अपने भांजे को अपनी बाइक की चाबी सौंपी और एक लिफाफा दिया। उस लिफाफे में एक पत्र था, जिसे पढ़कर परिवार सदमे में आ गया।
‘रोज़ की बेइज्जती से थक गया हूं’
पुलिस को सौंपे गए पत्र में सुरेंद्र पाल ने बैंक के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा है, “यह पत्र मैं काफी भारी मन से और पूरी तरह से सोच-समझकर लिख रहा हूं। मैं रोज़ की बेइज्जती से परेशान आ चुका हूं।” उन्होंने आगे लिखा है कि वह अधिकारियों द्वारा दिए जाने वाले अपशब्दों और गालियों को अब और सहन नहीं कर सकते।
रो-रोकर टूट गए थे सुरेंद्र पाल
पत्र में सुरेंद्र पाल ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा है, “थक चुका हूं रो-रोकर, रोज़-रोज़ की बेइज्जती से टूट गया हूं।” इस पत्र के माध्यम से उन्होंने अपने लापता होने के लिए सीधे तौर पर बैंक के अधिकारियों को दोषी ठहराया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस दुखद घटना के बाद, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीमें सुरेंद्र पाल सिंह की तलाश में जुट गई हैं और उनके द्वारा लिखे गए पत्र के आधार पर बैंक के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है।