झांसी। (सुल्तान आब्दी)। जनपद झांसी के रक्सा क्षेत्र के डगरवाहा स्थित गढ़ी के खाती बाबा मंदिर पर संगीतमयी विशाल श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन शुरू हो गया है। यह धार्मिक आयोजन 28 अप्रैल से प्रारंभ हुआ है और रविवार, 4 मई को हवन, पूर्णाहुति एवं विशाल भंडारे के साथ संपन्न होगा। इस सात दिवसीय भागवत कथा में वृंदावन मथुरा के सुप्रसिद्ध आचार्य शशिकांत भारद्वाज कथा वाचक के रूप में उपस्थित होकर सभी श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा का सार सुनाएंगे। कथा का आयोजन प्रतिदिन शाम 4:00 बजे से रात्रि तक किया जाएगा।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर एक भव्य और विशाल कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्तिभाव से शामिल हुए। इस शोभायात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक डॉ० संदीप सरावगी ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। मंदिर पहुंचने पर आयोजकों ने मुख्य अतिथि का तिलक लगाकर और माल्यार्पण कर पारंपरिक रूप से स्वागत किया।
यह कलश यात्रा डगरवाहा के हनुमान मंदिर से आरंभ हुई, जिसने पूरे गांव के विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों का भ्रमण किया और अंततः गढ़ी के खाती बाबा मंदिर पर समाप्त हुई। यात्रा में सजी हुई बग्गी पर राधा और कृष्ण के मनमोहक स्वरूप विराजमान थे, जो इस आध्यात्मिक यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। भक्तगण भक्तिमय गीतों की मधुर धुनों पर थिरकते हुए नजर आए, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया था।
कार्यक्रम में मुख्य यजमान के रूप में विधायक प्रतिनिधि अनिल पाठक अपनी धर्मपत्नी अर्चना पाठक और पुत्री श्रेया पाठक के साथ उपस्थित रहे। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि डॉ० संदीप सरावगी ने गीता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता का नियमित पाठ हमारे मन को शांति प्रदान करता है, हमारे भीतर के सभी नकारात्मक विचारों को नष्ट करता है, हमें सभी प्रकार की बुराइयों से स्वाभाविक रूप से दूर रखता है और हमारे अंदर के भय को समाप्त कर हमें निर्भीक बनाता है। उन्होंने सभी से समय-समय पर श्रीमद् भागवत गीता का पाठ करने का आह्वान किया।
इस पावन अवसर पर संदीप नामदेव, सुशांत गुप्ता, अरुण पांचाल, आशीष विश्वकर्मा, राजू सेन, राकेश अहिरवार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिन्होंने इस धार्मिक आयोजन की सफलता में अपना योगदान दिया। यह भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ निश्चित रूप से क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए भक्ति और ज्ञान का एक अद्भुत संगम साबित होगा।