लखनऊ। यूपी निकाय चुनाव में 17 अप्रैल को नामांकन के बाद भाजपा अपना चुनाव प्रचार शुरू कर देगी। सीएम योगी सभी नगर निगमों और बड़ी नगरपालिकाओं में रैलियां करेंगे। नगर निगमों में रोड शो के साथ ही कुछ नगर पंचायतों में सभा भी कर सकते हैं। नामांकन के बाद ही भाजपा स्टार प्रचारकों की सूचियां घोषित करेगी।
भाजपा का पूरा फोकस सभी 17 नगर निगमों और जिला मुख्यालय वाली नगर पालिका परिषदों की जीत पर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार और संगठन मिलकर पूरी ताकत झोंक देंगे। निकाय चुनाव को लेकर सीएम योगी की ही नहीं, बल्कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष पद संभालने के बाद भूपेन्द्र सिंह के सामने यह पहला आम चुनाव होगा, जिसमें प्रत्याशी को सीधे जनता चुनेगी। भूपेन्द्र सिंह ने पद संभालते यह कहा भी था कि निकाय चुनाव लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल होगा। इस दौरान सीएम योगी की इस कदर व्यवस्तता बढ़ जाएगी कि वह प्रदेश में निकाय चुनाव में भी प्रचार करेंगे तो साथ ही कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी 36 रैलियां और रोड शो करेंगे। वहां भी नामांकन की आखिरी तारीख 20 अप्रैल है। उसके बाद कर्नाटक में चुनाव प्रचार शुरू हो जाएगा। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 10 मई को मतदान और 13 मई को मतगणना होगी।
उधर प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने निर्देश दिए हैं कि नगर निगमों में होने वाले महापौर के नामांकन में केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री, सांसद-विधायक और वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। सीएम योगी सभी नगर निगमों के साथ बड़ी नगर पालिकाओं में चुनावी सभा और रोड शो करेंगे। वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ सरकार के मंत्रियों को भी जातीय समीकरण के लिहाज से चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी जाएगी। पार्टी ने चुनाव प्रभारियों को साफ संदेश दिया है कि चुनाव जीतने के लिए हर संभव प्रयास करें।