लखनऊ, सुल्तान आब्दी: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में हो रही बेतहाशा विद्युत कटौती के विरोध में बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय ने ऊर्जा मंत्री के निवास पर जाकर अपना विरोध दर्ज कराया। मंत्री से मुलाकात न होने पर कुपित होकर उन्होंने उनके निवास के बाहर काला झंडा लगाकर अपनी नाराजगी जताई।
मंत्री से मुलाकात न होने पर बढ़ा आक्रोश
भानू सहाय, जो बुंदेलखंड में बिजली संकट को लेकर चिंतित थे, ऊर्जा मंत्री से बात करने उनके निवास पर पहुंचे थे। हालांकि, मंत्री के स्टाफ ने उन्हें बताया कि मंत्री जी केवल सोमवार और गुरुवार को ही मिलते हैं। इस पर भानू सहाय और स्टाफ के बीच थोड़ी कहासुनी भी हुई। सहाय ने स्टाफ को बताया कि बिजली के अभाव में बुंदेलखंड में न तो इलाज हो पा रहा है, न ही बुजुर्ग और बच्चे ठीक से सो पा रहे हैं, और ऐसे में मंत्री जी के पास केवल निर्धारित दिन ही होते हैं मिलने के लिए।
इस बात से नाराज होकर और बुंदेलखंड की जनता की पीड़ा को दर्शाते हुए, मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय ने ऊर्जा मंत्री के निवास के बाहर काला झंडा लगा कर अपना विरोध दर्ज करवाया।
बुंदेलखंड के साथ भेदभाव का आरोप
भानू सहाय ने आरोप लगाया कि जहां लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर जैसे शहरों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है, वहीं बुंदेलखंड को लगातार अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने एक नारा भी दिया, “जब यू.पी. में सब चंगा हैं तो बुंदेलखंड में क्यों कटौती की गंगा हैं।”
बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा बुंदेलखंड क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की असमानता और इसके कारण उत्पन्न हो रही समस्याओं को लेकर लंबे समय से आवाज उठाता रहा है।