आगरा। थियोसोफिकल सोसाइटी निर्वाण भवन में गुरूवार को स्व. डाॅ. एसएन मल्होत्रा की पुण्य तिथि पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इसमें दिमाग को हष्टपुष्ट रखने पर बात हुई।
सर्वप्रथम डाॅ. आरएम मल्होत्रा, डाॅ. नरेंद्र मल्होत्रा और डाॅ. जयदीप मल्होत्रा ने स्व. डाॅ. एसएन मल्होत्रा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। अध्यक्षता डाॅ. आरती शर्मा ने की। वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने स्व. डाॅ. एसएन मल्होत्रा के जीवन पर प्रकाश डाला। कहा कि रायबहाुदर एसएन मल्होत्रा ने 1921 में लाहौर मेडिकल काॅलेज से एमबीबीएस किया। इसके बाद इंग्लैंड से एमडी, एमएस किया। शिमला के पास प्रेक्टिस की। राजस्थान में प्रिंसिपल मेडिकल आॅफिसर और सीएमओ रहने के बाद 1955 में सेवानिवृत्त होकर आगरा में यूपी का पहला निजी नर्सिंग होम शुरू किया।
इसके बाद मुख्य वक्ता ब्रेन गुरूकुल के निदेशक और मास्टर ट्रेनर विजय प्रकाश ने कहा कि अगर किसी के पास हष्टपुष्ट शरीर हो, लेकिन दिमाग की कमी हो तो ऐसा इंसान कभी-कभी दूसरों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इसीलिए आपको फिटनेस के साथ दिमाग का इस्तेमाल भी आना चाहिए। दिमाग स्वस्थ रहेगा तो कोई भी काम सही ढंग से कर सकेंगे। दिमाग उन्हीं का सही से काम करता है जिसकी मेमोरी शार्प होती है।
उन्होने याद्दाश्त तेज करने के व्यायाम बताए। ब्रेन गुरूकुल के बच्चों ने प्रेजेंटेशन दिए। डाॅ. सीआर रावत ने अतिथि व्याख्यान दिया।