चालबाज : शादी डॉट कॉम पर मिली दुल्हन ने आगरा के डॉक्टर को लगाया लाखों का फटका

MD Khan
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गाजियाबाद में वकील के चेंबर में ही दे दिया था डॉक्टर को आर्य समाज मंदिर का प्रमाणपत्र
शादी की पहली रात को पति-पत्नी सुख के बदले, डॉ. के समक्ष रख दी पचास लाख की डिमांड

एमडी खान

आगरा। आसमान से गिरे और खजूर में अटके, जी हां ऐसा ही हाल शाहगंज के एक आयुष पद्विति के डॉक्टर का हो गया है। पहली पत्नी से धोखा मिला, तो सुख की तलाश में शादी डॉट कॉम का सहारा लिया। डॉ. को वहां भी धोखा ही मिला। इस बार कुछ ऐसा हुआ कि डॉ. की माल के साथ जान का भी खतरा हो गया। पुलिस का सहारा लिया, तब जाकर डॉ. की जान में जान आई है, लेकिन इस बीच कथित पत्नी घर में रखे नगदी और लाखों रुपये का माल बटोर ले गई है। कमिश्नर के आदेश पर शाहगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है। डॉ. से मिले साक्ष्यों पर पुलिस कारवाई कर दे, तो आरोपित महिला के साथ उसके परिवार के लोग भी कटघर में आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी महिला का सगा भाई आगरा पुलिस की एक विंग में इंस्पेक्टर हैं। शादी कराने के बाद उन्होंने भी डॉ. से दूरी बना ली थी। जबकि वह अपनी बहिन की सभी करतूतों से वाकिफ थे।

शादी डॉट कॉम पर किया था बायो डाटा अपलोड

मामला कुछ इस प्रकार है। डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंह उर्फ पीके सिंह पुत्र राम स्वरूप निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी शाहगंज के हैं। मूलरूप से धनौली मलपुरा है। वह आयुष चिकित्सा से डॉक्टरेट हैं। वर्ष 2019 में डॉक्टर का अपनी पत्नी से तलाक हो गया था। पीके सिंह के पास 17 वर्षीय बेटी विवेचना की जिम्मेदारी आ गई। कोरोना काल में अच्छे अच्छे धूल चाट गए। इसी को ध्यान में रखते हुए पीके सिंह ने शादी करने का फैसला लिया। इसके लिए अपनी पूरी प्रोफाइल बनाकर शादी डॉट कॉम पर अपलोड करवा दी। इसके लिए शादी डॉट कॉम ने तीन महीने का चर्चा 3600 रुपए लिया। गाजियाबाद के कोट गांव निवासी आयशा नाम की महिला ने संपर्क किया। जबकि उसका असली नाम अर्चना विशेष था। प्रोफाइल पर टीचर दिखाया और पेशे से वकील थी। बाद में जानकारी करने पर प्रोफाइल पूरी तरह फेक थी।

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वकील के चेंबर में ही हो गई शादी

पीड़ित डॉक्टर ने बताया कि पहली बार वह अपनी बेटी के साथ गाजियाबाद गए थे। अर्चना भी अपने बेटे के साथ आई थी। मॉल में एक घंटा रुके। वहां खाना भी खाया था। वहां तय हुआ कि 8 अगस्त को दोनों परिवार के लोग बैठकर तय करेंगे की शादी कब की जाए। शादी में दोनों तरफ के 50-50 लोग शामिल किए जाएंगे। इस बीच में अर्चना के भाई और भाभी दोनों शाहगंज वाले घर पर मिलने आए। आवास विकास स्थित क्लीनिक पर भी आए। उन्होंने बताया था कि उसकी तैनाती आगरा में ही है। वह पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर है। डॉक्टर को लगा कि परिवार तो भला है। ये सोचकर पूरी तरह शादी का मन बना लिया। पीके सिंह 8 अगस्त को बेटी के साथ गाजियाबाद पहुंच गए। वहां अर्चना विशेष ने विवाह से सम्बन्धित सभी कागजात पहले ही तैयार करा रखे थे। जबकि पीके सिंह केवल बातचीत करने के लिए गाजियाबाद गया थे। डॉक्टर उसके रचित षडयंत्र को नहीं समझ सके। आर्य समाज मंदिर का प्रमाणपत्र वकील के चेंबर में ही दे दिया। वहीं पर दोनों के माला डालकर फोटो खींच लिए। डॉक्टर अपने साथ ही रही पूरी घटना को समझकर भी उसका विरोध नहीं कर सके।

50 लाख की पहली रात को ही रख दी शर्त

वकील ने आनन-फानन में तहसील ले जाकर शादी को रजिस्टर करा दिया। वकील को फीस पूछने पर जानकारी हुई कि अर्चना भी वकील है। वकील ने खुद मिठाई मंगवाई। उसके बाद अर्चना विशेष का भाई, भाभी और रिश्तेदार तुरंत भाग गए। जबकि तय ये हुआ था कि शादी में 100 लोग शामिल होंगे। शादी धूमधाम से होगी। अर्चना आगरा आने की जिद्द करने लगी। डॉक्टर बेमन से कथित पत्नी अर्चना को लेकर आगरा अपने घर आए। उसके साथ अर्चना के पहले पति से पैदा बेटा भी था। डॉक्टर अपने घर में अकेले रहते हैं। अर्चना विशेष ने शादी की पहली रात को ही अपने साथ लाए बेटे के नाम 50 लाख रुपए और संपति उसके नाम करने की शर्त रख दी। डॉक्टर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया, तो उन्हे पत्नी सुख से वंचित कर दिया। वह उग्र व कुपित होकर रोजाना गाली-गलौज, क्लेश करने लगी। आरोप है कि शादी के बाद कभी भी अर्चना ने डॉक्टर के साथ पति-पत्नि धर्म का कोई पालन नहीं किया। 17 अप्रैल 2023 को अर्चना ने बेवजह घर में तोड़-फोड़ व उत्पाद मचाया। 22 अप्रैल 2023 को डॉक्टर कार से बाहर जा रहे थे, तभी ऊपर से अर्चना ने जान से मारने के उद्देश्य से छत से गमला फेंक कर मारा। जिससे वह बाल-बाल बच गए और पड़ौस का एक बच्चा भी बच गया। 24 अप्रैल 2023 को अर्चना ने डॉक्टर को कमरे में बंद कर सब्जी काटने वाले चाकू से जान से मारने के उद्देश्य से प्रहार किया और मारपीट की। वह किसी तरह जान बचाकर बाहर आए।

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खाने में देना शुरू किया धीमा जहर

डॉक्टर का आरोप है कि अर्चना घर में खाना बनाती। वो दोनों खाना अलग खाते। हम पिता पुत्री खाना अलग दिया जाता। उसने खाने में कुछ विशाक्त पदार्थ खिलाना शुरू कर दिया। जिससे बेटी विवेचना सिंह की तबियत खराब हो गयी। इलाज एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में कराया गया। अर्चना ने एक बार अपने घर जाते समय मेरे लिए खाना बनाकर रख दिया मुझे विषाक्त होने का शक हुआ इसलिए मैंने खाना नहीं खाया (वह खाना आज भी मेरे पास रखा है)। उसकी जांच के लिए पुलिस को कई बार बोला है लेकिन कोई सुनवाई नहीं की थी। एक जुलाई 2023 की रात्रि को अर्चना ने स्वयं को कमरे में बन्द कर लिया और सुबह तक दरवाजा नहीं खोला। डॉक्टर ने अनहोनी की आशंका हुई तो पुलिस को फोन पर 112 नम्बर पर सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा, तो अर्चना सुरक्षित बैठी हुई पायी। पूछने पर बोली कि मेरे नाम में मकान नहीं करोगे तो मैं रोज-रोज इसी प्रकार से आपको परेशान करती रहूँगी।

डॉक्टर से मारपीट, सीसीटीवी मैं कैद

कथित पत्नी ने डॉक्टर का जीना दुश्वार कर दिया। सोसायटी में देर रात घर के अंदर से मारपीट की आवाज आती। समाज के लोगों ने भी समझाया, लेकिन अर्चना बोलती अब तो में डॉक्टर के लिए गले की हड्डी बन गई हूं। 50 लाख और पूरी संपत्ति देगा, तो ठीक नहीं तो उसके मरने के बाद सबकुछ मेरा ही है। कई बार पुलिस को सूचना दी है। अर्चना डॉक्टर का निरन्तर शोषण करती चली आ रही थी। अर्चना डॉक्टर की बेटी के साथ भी मारपीट कर दी। डॉक्टर ने पुलिस के कहने पर सुरक्षा के उद्देश्य से सीसीटीवी कैमरे लगवाये। उसमे डॉक्टर को पीटते हुए विडियो बन गई। हालाकि बाद में अर्चना ने कैमरे ध्वस्त कर दिए हैं। 6 अक्तूबर 2023 को समय दोपहर करीब 02:15 बजे दिन में अलमारी में से मेरे समस्त पैतृक सोने-चाँदी के जेबरात, दो लाख रूपये, समस्त मूल कागजात एवं मूल प्रमाण पत्र निकालकर बैग में रखे। सीसीटीवी से बचने के लिए कैमरे पर कपड़ा डालकर चोरी से बैगों को लेकर चली गयी। वहीं एक अन्य कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई।

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जांच के बाद हुआ मुकदमा

16 अक्तूबर को वह फिर वापिस आ गई। आरोप है कि डॉक्टर और उनकी बेटी घर नहीं थे। अर्चना ने आफिस / क्लीनिक का ताला तोड़ दिया और कैमरे बन्द कर दिए तथा सारे जरूरी कागजात चैकबुक, एटीएम, पासबुक, सोने का सिक्का 8 ग्राम का, समस्त रखी नगदी व रिसर्च सम्बन्धी कागजात, लैपटॉप में से जरूरी फोटो व वीडियो एवं फाइल डिलीट कर गई है। घर में रखा लाखों रुपए का सामान ले गई। डॉक्टर ने सभी एविडेंस लेकर पुलिस आयुक्त से मिले। उन्होंने जांच के आदेश किए। शाहगंज पुलिस महिला की हरकतों से वाकिफ थी। पूर्व में पुलिस ने आरोपी महिला अर्चना पर शांति भंग में कार्यवाई की थी। डीसीपी सूरज राय ने भी जांच करवाई। उनके आदेश पर शाहगंज इंस्पेक्टर आलोक सिंह ने आरोपी महिला के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया।

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