एटा। जिले में 10 बीघा जमीन के लिए बड़े भाई ने छोटे भाई और उसकी पत्नी की हत्या कर दी। बड़े भाई और उसके साथियों ने मीट काटने वाले चापड़ और हथौड़े से छोटे भाई उसकी पत्नी और भतीजे पर वार कर दिया। हमले में छोटे भाई और उसकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन साल के भतीजे को मरा हुआ समझकर फरार हो गए। भतीजे को गंभीर हालत में आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। आरोपी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में इस्तेमाल किए गए चापड़ और हथौड़े को भी बरामद कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक मामला देहात कोतवाली क्षेत्र के श्रीकांरा गांव का है। यहां के रहने वाले जितेंद्र और प्रीति अपने परिवार से अलग रह रहे थे। उनका तीन साल का एक बेटा है जिसका नाम तनिष्क है। बताया जा रहा है कि जितेंद्र और प्रीति ने चार साल पहले लव मैरिज की थी। तभी से ये लोग अपनी परिवार से अलग रह रहे थे। ये लोग एटा के सहावर रोड पर अपना मकान बनाकर रह रहे थे। सोमवार को कुछ लोग काम से घर पहुंचे तो जितेंद्र और प्रीति का शव खून से लथपथ बरामदे में पड़ा मिला। जबकि बेटा तनिष्क वहीं घायल पड़ा था। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस के अनुसार प्रॉपर्टी के लालच में घटना को अंजाम दिया गया। मृतक जितेंद्र के सगे भाई धर्मेंद्र उर्फ पंकज ने पूरी हत्या की साजिश की कहानी रची। इसके बाद मीट की दुकान चलाने वाले साथी प्रिवेंद्र के साथ मिलकर पूरी घटना को अंजाम दिया। धर्मेंद्र ने अपने साथी प्रिवेंद्र को पांच लाख रुपए देने का ऑफर दिया। साथ ही कहा कि जब जमीन बिकेगी तो कुछ रुपया और देंगे। पैसों के इसी लालच में प्रिवेंद्र हत्या की इस साजिश में शामिल हो गया। पुलिस के अनुसार दोनों भाइयों के बीच लगभग 20 बीघा ज़मीन थी। उसमें से 10 बीघा सड़क के किनारे की बेशकीमती ज़मीन थी। यह जमीन जितेंद्र के हिस्से में आ गई थी। इसी को लेकर दोनों भाइयों में विवाद बना रहता था। धर्मेंद्र कई बार इस जमीन पर अपना हक जताता था। इसी 10 बीघा ज़मीन के लिये पति पत्नी की हत्या की गई।