झांसी, सुल्तान आब्दी: ग्वालियर रोड स्थित पाल कॉलोनी में चल रहे एनएचएआई (NHAI) द्वारा कराए जा रहे अंडर व ओवर ब्रिज के निर्माण कार्य ने स्थानीय व्यापारियों और निवासियों का जीवन दूभर कर दिया है। अधूरे और अव्यवस्थित काम के चलते पाल कॉलोनी का व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहाँ रोज़ाना की बिक्री में 50 प्रतिशत से भी ज़्यादा की गिरावट आई है। व्यापारियों का बुरा हाल है और वे रोज़ाना धूल-मिट्टी व कीचड़ का सामना करने को मजबूर हैं।
अव्यवस्थाओं का बोलबाला: धूल, कीचड़ और घंटों का जाम
निर्माण कार्य के चलते क्षेत्र के प्रतिष्ठान प्रतिदिन धूल की चादर ओढ़ रहे हैं, जिससे न केवल दुकानों को बल्कि ग्राहकों को भी परेशानी हो रही है। बारिश का मौसम शुरू होते ही जमी हुई मिट्टी अब कीचड़ में बदल गई है, जिससे पैदल चलने वालों और वाहन चालकों, दोनों को भारी असुविधा हो रही है। सड़कों पर फिसलकर गिरने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं।
यात्रियों को भी इस अव्यवस्थित और अधूरे कार्य का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। अक्सर लंबे जाम में घंटों फंसे रहना उनकी नियति बन गई है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है।
व्यापारियों की गुहार अनसुनी, आश्वासन सिर्फ दिखावा
पाल कॉलोनी व्यापार मंडल के अध्यक्ष शकील खान ने बताया कि एनएचएआई द्वारा कराए जा रहे इस ब्रिज निर्माण कार्य के दौरान क्षेत्रीय व्यापारियों को आ रही समस्याओं के संबंध में एनएचएआई के अधिकारियों, वन विभाग और निर्माण कार्य कर रही कंपनी को लिखित व मौखिक रूप से कई बार अवगत कराया गया है।
उन्होंने कहा कि एनएचएआई के अधिकारियों ने सिर्फ समाधान का आश्वासन ही दिया, जबकि निर्माण कंपनी के ठेकेदार अपनी मनमर्जी से ही काम करने की जिद पर अड़े हुए हैं। उन्हें क्षेत्रीय व्यापारियों व आम लोगों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।
व्यापारियों ने कई बार एनएचएआई कार्यालय के चक्कर लगाए, लेकिन कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला। विभाग ने निर्माण कार्य शुरू करने से पहले यह वादा किया था कि पहले दोनों ओर सर्विस रोड का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा ताकि आवागमन बाधित न हो, लेकिन यह वादा खोखला साबित हुआ।
एक विभाग से दूसरे पर टालमटोल: समस्या का समाधान कब?
अधिकारियों और ठेकेदारों की टालमटोल का आलम यह है कि सर्विस रोड बनाने को लेकर कभी वन विभाग, तो कभी बिजली विभाग, और फिर जल संस्थान व नगर निगम पर कार्य करने की बात कहकर समस्या को आसानी से टाल दिया जाता है। इस अव्यवस्थित निर्माण कार्य के चलते कई व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर चुके हैं, जबकि कई अन्य कार्य पूर्ण होने का इंतजार कर रहे हैं।
यह बड़ा सवाल है कि आखिर पाल कॉलोनी के इन व्यापारियों और निवासियों की समस्याओं का समाधान कब तक होगा? क्या प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लेकर जल्द कोई ठोस कदम उठाएगा?