अलीगढ़ :उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के कैंपस में शनिवार को एक दुखद घटना सामने आई। यहां छात्रों के दो गुटों के बीच हुई मारपीट के बाद फायरिंग हो गई, जिसमें एक छात्र की गोली लगने से मौत हो गई। यह घटना एबीके यूनियन हाई स्कूल के पास हुई, जिसके बाद कैंपस में अफरा-तफरी मच गई। मृतक छात्र की पहचान 11वीं कक्षा के छात्र कैफ के रूप में हुई है, जो गोली लगने से मौके पर ही मृत घोषित कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार दोपहर को एबीके यूनियन हाई स्कूल के पास छात्रों के दो गुटों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जो जल्द ही मारपीट में बदल गया। इस दौरान एक छात्र ने गोली चला दी, जो सीधे कैफ को लगी। घायल छात्र को तुरंत इलाज के लिए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फायरिंग की आवाज सुनकर कैंपस में हड़कंप मच गया और छात्र गुटों में भगदड़ मच गई। छात्रों के बीच हुई इस हिंसा के बाद, तुरंत पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर की टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस की कार्यवाही और आरोपियों की तलाश
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल से सुराग जुटाए और आरोपी छात्रों की तलाश शुरू कर दी। सिविल लाइन क्षेत्राधिकारी नगर तृतीय, अभय कुमार पांडे ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में आया है। पुलिस ने छात्रों के दो गुटों के बीच विवाद को लेकर केस दर्ज किया है और हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
इसके साथ ही पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है, ताकि आरोपी छात्रों की पहचान की जा सके। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
यूनिवर्सिटी में बढ़ी सुरक्षा
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी इस घटना को लेकर चिंता जताई है और छात्रों के सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का फैसला किया है। कैंपस में अब सुरक्षा को और कड़ा किया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नई नीतियां बनाई जाएंगी।
कैफ की हत्या के बाद छात्रों में गुस्सा
घटना के बाद एएमयू कैंपस में छात्रों का गुस्सा बढ़ गया है। कई छात्र संगठन इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपी छात्रों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। मृतक छात्र कैफ के परिवार ने भी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना को लेकर स्थानीय राजनीतिक नेताओं और संगठनों ने भी बयान दिए हैं। कुछ नेताओं ने इसे गंभीर विषय बताया और कहा कि छात्रों के बीच बढ़ते हुए हिंसा के मामलों को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन को कड़े कदम उठाने होंगे।