लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के प्रमुख एक्सप्रेसवेज पर अब वाहन और भी तेज रफ्तार से दौड़ सकेंगे। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर वाहन की अधिकतम गति सीमा बढ़ाने का बड़ा निर्णय लिया है। अब इन एक्सप्रेसवेज पर वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की जगह 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगे।
यह फैसला उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में लिया गया, जो शुक्रवार, 21 मार्च 2025 को मुख्य सचिव मनोज कुमार की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब से एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहन पहले से ज्यादा तेज़ी से सफर कर सकेंगे, जिससे यात्रियों को समय की बचत होगी और यात्रा और भी आरामदायक हो जाएगी।
नए फैसले से मिलेगा क्या लाभ?
अब तक, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रहे थे। लेकिन इस नए आदेश के बाद, इन एक्सप्रेसवेज़ पर वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकेंगे। इससे न केवल यात्रियों को जल्द अपनी मंजिल तक पहुँचने में मदद मिलेगी, बल्कि यात्रा के दौरान समय की भी बचत होगी।
इसके अलावा, 9 या उससे ज्यादा सीटों वाली गाड़ियों के लिए पहले की गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटे थी, जिसे अब बढ़ाकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे कर दिया गया है। इससे इन गाड़ियों को भी तेज़ गति से चलाने की सुविधा मिलेगी।
बोर्ड बैठक में लिया गया यह फैसला
बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की 6 अप्रैल 2018 की अधिसूचना के आधार पर प्रदेश में यूपीडा के एक्सप्रेसवे पर वाहनों की स्पीड सीमा बढ़ाई जाए। यह प्रस्ताव बोर्ड ने सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया। इसके बाद, इस फैसले के लागू होने से अब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाले वाहन 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से दौड़ सकेंगे, बिना किसी चालान के डर के।
नए नियमों का असर
इस फैसले से वाहन चालकों को राहत मिलेगी, क्योंकि पहले जिन गाड़ियों को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने पर चालान का सामना करना पड़ता था, अब वे बिना किसी परेशानी के तेज रफ्तार से एक्सप्रेसवे पर सफर कर सकेंगे।
विशेष रूप से, 9 सीटों वाली गाड़ियों के लिए पहले की स्पीड लिमिट 80 किलोमीटर प्रति घंटे थी, जिसे अब 100 किलोमीटर प्रति घंटे कर दिया गया है। इस बदलाव से यात्री वाहनों के मालिक और चालक खुश हैं क्योंकि उन्हें अब पहले से अधिक तेज़ी से अपनी मंजिल तक पहुंचने का मौका मिलेगा।
यात्रियों के लिए आसान होगा सफर
इस फैसले का सीधा असर आम यात्रियों और व्यापारियों पर पड़ेगा। पहले, तेज़ रफ्तार से यात्रा करने पर गाड़ियों को धीमी गति से चलाना पड़ता था, लेकिन अब बढ़ी हुई गति सीमा से यात्रा करना आसान होगा। साथ ही, लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण राहत होगी, क्योंकि अब समय की बचत भी होगी।