झांसी, उत्तर प्रदेश: मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) श्री जुनैद अहमद ने जिले में हुए वृक्षारोपण की जियो टैगिंग में खराब प्रगति पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को अगले सात दिनों के भीतर अपने-अपने लक्ष्य के सापेक्ष पौधों की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया है, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
खराब जियो टैगिंग पर सख्त सीडीओ
कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिला गंगा समिति और जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा बैठक में सीडीओ जुनैद अहमद ने पाया कि कई विभागों ने जियो टैगिंग का काम संतोषजनक ढंग से नहीं किया है, जिससे प्रदेश स्तर पर झांसी की छवि खराब हो रही है। उन्होंने विशेष रूप से रेलवे (10%), आवास विकास (15.83%), परिवहन (27.81%), जल शक्ति विभाग (30.12%), पशुपालन (38.49%) और गृह विभाग (43.07%) की सबसे कम प्रगति पर नाराजगी जताई।
सीडीओ ने कहा कि वृक्षारोपण सिर्फ पौधारोपण तक सीमित नहीं है, बल्कि पौधों का जीवित रहना और उनकी देखभाल भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही।
2024 के पौधों की भी मांगी रिपोर्ट
सीडीओ ने 2024 में कराए गए वृक्षारोपण की भी समीक्षा की। उन्होंने नगर विकास और उद्योग विभाग द्वारा समय पर सूचना देने पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन दो दर्जन से अधिक विभागों को अब तक जीवित पौधों की जानकारी न देने पर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा, वर्षाकाल 2025 में हुए वृक्षारोपण के स्थलीय सत्यापन के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जिसे जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी।
पहुँज नदी का होगा जीर्णोद्धार
बैठक में जिला पर्यावरणीय समिति के तहत विलुप्त हो रही नदियों के पुनर्जीवन पर भी चर्चा हुई। सीडीओ ने बताया कि पहुँज नदी का जीर्णोद्धार किया जाएगा और इसके लिए सिंचाई विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है। सिंचाई विभाग को नदी के जीर्णोद्धार के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी नीरज कुमार आर्या, उपायुक्त मनरेगा शिखर कुमार श्रीवास्तव और अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
