प्रतापगढ़, विशाल त्रिपाठी, गर्मी के मौसम में खाद्य पदार्थों में मिलावट की बढ़ती आशंकाओं के बीच प्रतापगढ़ प्रशासन सख्त हो गया है। मुख्य विकास अधिकारी (CDO) डॉ. दिव्या मिश्रा ने कैंप कार्यालय के सभागार में आयोजित खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रवर्तन कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने जन जागरूकता और प्रचार-प्रसार पर भी विशेष जोर दिया।
जन जागरूकता और सख्त प्रवर्तन पर जोर
बैठक में सहायक आयुक्त (खाद्य) ग्रेड-द्वितीय अभय कुमार सिंह ने वित्तीय वर्ष 2024-25 और वित्तीय वर्ष 2025-26 के अप्रैल माह तक की प्रवर्तन कार्यवाहियों और जन जागरूकता कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। डॉ. दिव्या मिश्रा ने खाद्य सुरक्षा के संबंध में आम जनता को जागरूक करने के लिए और अधिक प्रयास करने का निर्देश दिया।
गर्मियों में दूषित खाद्य पदार्थों पर विशेष ध्यान
CDO ने विशेष रूप से ग्रीष्म और वर्षा ऋतु में संक्रामक रोगों के प्रसार को देखते हुए आम जनमानस को सुरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खुले, कटे-फटे, सड़े-गले और कृत्रिम रूप से पकाए गए फलों के साथ-साथ दूषित खाद्य पदार्थों जैसे फलों के जूस, गन्ने का रस, कार्बाइड से पकाए गए आम, आइसक्रीम और आइसकैंडी आदि के निर्माण और बिक्री पर प्रभावी रोकथाम के लिए सख्त प्रवर्तन कार्रवाई की जाए।
औषधियों की गुणवत्ता पर भी पैनी नज़र
बैठक में औषधि निरीक्षक प्रतापगढ़ को भी महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। CDO ने जनपद में संचालित थोक मेडिकल स्टोरों पर फुटकर दवाओं की बिक्री पर प्रभावी अंकुश लगाने को कहा। इसके अतिरिक्त, जनपद के विभिन्न बाजारों में संचालित मेडिकल स्टोरों का नियमित निरीक्षण करते हुए जेनेरिक और ब्रांडेड औषधियों के नमूने संग्रहित करने और नकली एवं अधोमानक औषधियों की बिक्री पर प्रभावी रोक लगाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में संबंधित अधिकारीगण, समस्त खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण, व्यापार संगठन से मो. अनाम और अर्पित खंडेलवाल सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे। इस बैठक से यह स्पष्ट संदेश गया है कि प्रतापगढ़ प्रशासन खाद्य पदार्थों और औषधियों में मिलावट के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहा है।