कनिष्ठ लिपिक के चर्चित प्रकरणों के बावजूद जिले पर लगातार मिल रही तैनाती के बाद गरमाया प्रकरण
आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग आगरा के शिक्षाधिकारियों के कथित संरक्षण से मूल तैनाती स्थल से इतर जिले पर अटैचमेंट का खेल लगातार जारी है। जिन बाबुओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर मामले हैं, जांचें चल रही हैं, जेल तक जा चुके हैं, उन्हीं को विभाग का सर्वेसर्वा बनाकर रखा जा रहा है।
आपको बता दें कि विभाग का एक चर्चित कनिष्ठ लिपिक, जो कि मूल रूप से फतेहाबाद ब्लॉक में तैनात है। विगत में एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा जा चुका है। मृतक आश्रित कोटे में कथित रूप से फर्जीवाड़ा कर नियुक्ति हासिल करने का भी आरोप है।कनिष्ठ सहायक को विभागीय अधिकारियों के कथित संरक्षण से आज भी जिले पर महत्वपूर्ण पटल पर जिम्मेदारी मिली हुई है। बेसिक शिक्षा विभाग आगरा में कनिष्ठ सहायक लिपिक का यह कोई इकलौता मामला नहीं है। आधा दर्जन से अधिक बाबू, अपने मूल तैनाती स्थल से अलग जिले पर सालों से अटैचमेंट पर बने हुए हैं। जिले पर अटैचमेंट पर तैनात होकर इनके द्वारा पूरा नेटवर्क स्थापित कर लिया गया है। विभाग में आने वाला कोई भी शिक्षाधिकारी हो, तूती हमेशा इनकी ही बोलती है। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा विभाग में अटैचमेंट पर सख्त रोक है। इसके बावजूद बेसिक शिक्षा विभाग में अटैचमेंट पर तैनाती देना पूरी तरह नियमों का खुला उल्लंघन है। विभाग पर जिस बुनियादी शिक्षा का दारोमदार है, उसकी बुनियाद ही कमजोर हाथों में टिकी हुई है। अटैचमेंट पर नियुक्त बाबुओं का सिक्का जमकर चलता है। इनके बिना विभाग में पत्ता भी नहीं खड़कता।
अटैचमेंट के खेल पर सीडीओ ने दिखाए कड़े तेवर
बेसिक शिक्षा विभाग आगरा में नियम विरूद्ध तरीके से चल रहे अटैचमेंट के खेल पर सीडीओ की निगाहें टेढ़ी होने लगी हैं। सीडीओ आगरा प्रतिभा सिंह ने बताया कि शासन की नीति के अनुरूप कार्य किया जायेगा। विभाग में जिन बाबुओं को अटैचमेंट द्वारा जिले पर तैनात किया गया है, सभी की जानकारी जुटाई जाएगी। इसका संज्ञान लेकर शीघ्र ही आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।